Shani ki Sade Sati How is the first phase of Shani Sade Sati pehla charan is it the most painful or worst

Shani ki Sade Sati: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि की साढ़ेसाती साढ़े सात साल तक चलती है. यह एक प्रकार की ग्रह दिशा है. जिसको तीन चरणों में बांटा गया है. शनि की साढ़ेसाती का हर चरण लगभग ढाई साल का होता है. शनि की साढ़ेसाती तब शुरू होती है जब शनि आपकी जन्म राशि से बारहवें, पहले और फिर दूसरे भाव में गोचर करता है.शनि की साढेसाती के दौरान व्यक्ति के जीवन में कई बदलाव आते हैं, जिस वजह से लोगों को कष्टों का सामना करना पड़ता है. जानते हैं शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण कैसा होता है क्या यह बहुत कष्टकारी होता है?
क्या होता है शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण?
कुंडली में शनि की स्थिति के अनुसार शनि की साढ़ेसाती का अच्छा या बुरा फल प्राप्त होता है. शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण ढ़ाई साल का होता है. जो जातक को मानसिक और आर्थिक स्तर पर प्रभावित कर सकता है.
शनि की साढ़ेसाती के पहले चरण का प्रभाव शादीशुदा जीवन पर भी देखने को मिलता है. रिश्ते में कई उतार-चढ़ाव आते हैं. साथ ही इस दौरान व्यक्ति आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान रहता है.
मानसिक तनाव और चिंता
- शनि की साढ़ेसाती के पहले चरण में लोगों को अनजानी चिंता, डर या असुरक्षा हो सकती है,जिस कारण से मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है.
- अकेलापन या लोगों से दूरी का अनुभव हो सकता है.
आर्थिक स्थिति पर असर
- शनि की साढ़ेसाती के पहले चरण में आपके खर्चों में अचानक वृद्धि देखने को मिल सकती है.
- धन हानि, निवेश से नुकसान या खर्चों का बढ़ना भी हो सकता है.
स्वास्थ्य पर असर
- शनि की साढ़ेसाती के पहले चरण में नींद ना आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जिस कारण थकावट या मानसिक तनाव भी महसूस हो सकता है. शारीरिक परेशानियां भी हो सकती हैं.
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