भारत

Public Mood Change In One Year As UPA Is Progressing In Survey Know About New Digits

Lok Sabha Election Survey: साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने को हैं. उससे पहले एक सर्वे सामने आया है जिसमें एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनते दिखाया गया. अब उसी सर्वे के आंकड़े बदल गए हैं. मोदी सरकार के लिए ये आंकड़े परेशान करने वाले हो सकते हैं. एक साल में इसी सर्वे में यूपीए को फायदा मिलता दिख रहा है और एनडीए की सीटें कम होती दिख रही हैं. इसके अलावा, अन्य पार्टियों को नुकसान होता दिख रहा है.

इंडिया टुडे और सीवोटर ने मूड ऑफ द नेशन नाम से एक सर्वे किया. इस सर्वे में लगभग डेढ़ लाख लोगों ने हिस्सा लिया था और लोकसभा चुनाव को लेकर आज के समय में लोगों की क्या राय है, इससे जुड़े सवाल किए गए थे. इन सर्वे के नतीजों को जनवरी के महीने में जारी किया गया था, जिसमें एक बार फिर से जनता ने पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने पर मुहर तो लगाई लेकिन आंकड़े बहुत ज्यादा बदल दिए.

एक साल में ही आया इतना अंतर

दरअसल इसी एजेंसी ने ऐसा ही एक सर्वे जनवरी 2022 में भी किया था. जनवरी 2022 से जनवरी 2023 की अगर तुलना करें तो एनडीए की लोकप्रियता में तो ज्यादा अंतर नहीं आया है लेकिन यूपीए की लोकप्रियता में भारी अंतर देखने को मिला है. इसके अलावा अन्य को भारी नुकसान होता दिख रहा है.

साल 2022 के जनवरी महीने में इसी सर्वे में एनडीए को 296 सीटें, यूपीए को 127 और अन्य के खाते में 120 सीटें दिखाई थीं. तो वहीं, साल 2023 के जनवरी महीने में इसी सर्वे में एनडीए को 298 सीटें, यूपीए को 153 और अन्य को 92 सीटें दी गई हैं. तो इस तरह से देखा जाए तो एनडीए की सीटों पर तो खासा फर्क नजर नहीं आ रहा लेकिन यूपीए को जबरदस्त बढ़त मिलती दिख रही है. इसके अलावा अन्य को बहुत भारी नुकसान दिख रहा है.

कांग्रेस को बंपर फायदा और अन्य को उतना ही नुकसान

जनवरी 2022 में यूपीए को 127 सीटें मिलती दिख रही थीं जो जनवरी 2023 में बढ़कर 153 सीटों पर पहुंच गईं. इसके हिसाब से यूपीए को 26 सीटों का फायदा मिलता दिख रहा है. तो वहीं, अन्य के खाते में साल 2022 में 120 सीटें के मुकाबले साल 2023 में 92 सीटें दी गईं. इसके हिसाब से अन्य को 28 सीटें खिसकती दिख रही हैं.

ये भी पढ़ें: Lok Sabha Election: NDA था प्लस 9 और UPA माइनस 28, छह महीने बाद आए सर्वे में कैसे पलट गई तस्‍वीर, जानें नए आंकड़े

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button