बुलाती है मगर मिलती नहीं, यूपी की जूही शर्मा ने किया पुलिस की नाक में दम | Ghaziabad Juhi Sharma troubles the police vip number dial 112 for help fir motive behind it stwtg


प्रतीकात्मक तस्वीर.
‘हैलो! मैं जूही बोल रही हूं. इस वक्त हनुमान मंदिर में हूं. आ जाओ…’ उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस इस युवती से इतनी परेशान आ चुकी है कि उन्हें खुद समझ नहीं आ रहा कि क्या करें. युवती डायल 112 में अक्सर फोन करती है. अपना नाम जूही शर्मा बताती है. फिर पुलिस से कहती है कि हनुमान मंदिर में आ जाओ. पुलिस उधर पहुंचती भी है. लेकिन वहां उन्हें कोई नहीं मिलता. पुलिस ने तंग आकर युवती के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
मामला गाजियाबाद पुलिस कमिशनरेट का है. पुलिस ने बताया कि डायल 112 इमरजेंसी सेवा नंबर लोगों की सहायता के लिए है. लेकिन कुछ लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं. उन्हें जूही शर्मा नाम से कुछ दिन पहले एक कॉल आया. लड़की ने फोन पर कहा कि वो मुसीबत में है. उसने पुलिस से मदद मांगी. लोकेशन हनुमाान मंदिर बताई. फिर जब पुलिस पहुंची तो उन्हें वहां कोई लड़की नहीं मिली.
उन्होंने उस नंबर पर दोबारा फोन किया, जिससे उन्हें कॉल आया था. लेकिन किसी ने भी फोन नहीं उठाया. इसके बाद दोबारा फिर इसी लड़की के नाम से फोन आया. उसने पुलिस को फिर से वही बात कही. पुलिस बिना देर किए दूसरी बार हनुमान मंदिर पहुंच गई. लेकिन इस बार भी पुलिस को वो लड़की नहीं मिली. इस तरह रोजाना पुलिस को जूही शर्मा नाम से फोन आने लगे. पुलिस हर बार बताई गई जगह पर पहुंचती. लेकिन होता फिर वही. लड़की उन्हें नहीं मिलती.
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VIP नंबर से करती है कॉल
अब ये लड़की पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन गई है. थक हारकर डायल-112 प्रभारी अनुराग शर्मा ने जूही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. जूही नाम की लड़की ने पिछले महीने 1 से 16 तारीख के बीच कुल 29 बार डायल-112 पर फोन किया है. पुलिस ने बताया कि जूही एक वीआईपी नंबर से कॉल करती है, जिसके आखिर में तीन शून्य हैं. पुलिस अब इस रहस्यमयी महिला की पहचान और उसके मोटिव का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
लोकेशन बदल रही लड़की
लोनी के एसीपी सूर्यबली मौर्य ने कहा- जूही अपनी लोकेशन लगातार बदलती रहती है, जिससे पुलिस को घंटों तक व्यर्थ में दौड़ना पड़ता है. एसीपी ने कहा कि यह एक असामान्य स्थिति है. हम आमतौर पर अपराधियों को उनके मोबाइल फोन के माध्यम से जल्दी ही ट्रैक कर लेते हैं. लेकिन इस मामले में हम अभी तक सफल नहीं हुए हैं.