अयोध्या उत्सव देख नहीं माने ‘नंदी बाबा’, रात में तुड़वा दी बैरिकेडिंग… ज्ञानवापी पर CM योगी | up vidhan sabha cm yogi adityanath commented on gyanvapi vyas tahkhana barricading nandi baba stwas

यूपी विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की जमकर तारीफ की. इस दौरान इशारों-इशारों में सीएम योगी ने ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में शुरू हुई पूजा पर भी टिप्पणी की. विधानसभा में मजाकिया अंदाज में सीएम योगी ने कहा कि, “22 जनवरी को अयोध्या में हुए उत्सव को सभी ने देखा. यह देखने के बाद नंदी बाबा ने भी कहा कि भाई हम क्यों इंतजार करें? बिना इंतजार किए रातों-रात बैरिकेडिंग तुड़वा डाली. अब हमारे कृष्ण कन्हैया भी कहां मानने वाले हैं.”
बता दें कि राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को निशाने पर लिया. सीएम योगी ने बिना अखिलेश का नाम लिए कहा कि नेता प्रतिपक्ष के पूरे भाषण में मै सदन में ही था. यही सोच रहा था कि वो अब बोलेंगे, तब बोलेंगे, सदी की सबसे बड़ी घटना पर बोलेंगे, लेकिन वो तर्कों से भटकाते रहे, जैसा वो करते रहे हैं.
भगवान को अपने अस्तित्व के लिए लड़ना पड़ा
सीएम योगी ने कहा कि आज सभी अयोध्या को देखने के लिए आतुर हैं. सीएम योगी ने कहा कि पहले दिन सर्वदलीय बैठक में मैने देखा कि सबके मन में था कि अयोध्या में जो हुआ वह अद्भुत है, अयोध्या हम सभी को चलना चाहिए. ये दुनिया की पहली घटना थी, जहां प्रभु राम को अपने अस्तित्व के लिए स्वय प्रमाण जुटाने पड़े, लेकिन प्रभु राम हमको धैर्य की राह दिखाते रहे. इस धैर्य को पूरी दुनिया ने देखा. सीएम योगी ने कहा कि हमको प्रसन्नता है कि हमने वचन निभाया, मंदिर वहीं बनाया, जो कहा वो करके दिखाया, अपने संकल्प की सिद्धि की.
पहले भी हो सकत था अयोध्या का विकास- CM योगी
अयोध्या के विकास को लेकर भी सीएम योगी ने विपक्ष को निशाने पर लिया. सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में जो हुआ, वो पहले भी हो सकता था. विकास पहले हो सकता था, सडकें चौड़ी हो सकती थीं, एयरपोर्ट बन सकता था. अयोध्या तो छोड़िए आप लोगों ने तो मथुरा और काशी तक के विकास को अवरुद्ध कर दिया, लेकिन हमारी आस्था थी, नीति साफ थी, नियत भी स्पष्ट थी, हम अयोध्या गए, मथुरा गए और काशी भी गए.
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इस दौरान महाभारत की एक घटना की जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकारों में अयोध्या के साथ अन्याय हुआ, जब हम अन्याय की बात करते हैं तो हमको पांच हजार वर्ष पुरानी एक बात याद आती है. याद करिए जब पांडवों के पास रहने के लिए ठिकाना नहीं था. वह दर-दर की ठोंकरे खा रहे थे. दुर्योधन उनको एक पाई तक देने को राजी नहीं था. इस पर भगवान श्रीकृष्ण कौरवों के पास गये थे और कहा था…
दो न्याय अगर तो आधा दो, पर, इसमें भी यदि बाधा होl
तो दे दो केवल पांच ग्राम, रखो अपनी धरती तमामll
हम वहीं खुशी से खाएंगे, परिजन पर असि न उठायेंगेl
दुर्योधन वह भी दे न सका, आशीष समाज की ले न सकाll
उलटे, हरि को बांधने चला, जो था असाध्य, साधने चलाl
जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता हैll
विधानसभा में राष्ट्रीय कवि रामधारी सिंह दिनकर की इस कविता को पढ़ने के बाद सीएम योगी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने तो केवल पांच ग्राम की बात की, लेकिन यहां का समाज, यहां की आस्था केवल तीन की ही बात कर रहे थे, ये तीन ही भूमि तो हैं, जो हमारी आस्था का केंद्र है, लेकिन जब राजनीति का तड़का लगने लगता है और वोट की राजनीति होती है, वहीं से विवाद होता है.