why ms dhoni cant apply team india head coach position after rahul dravid departure t20 world cup 2024

Team India Coach: टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद भारतीय टीम के मौजूदा मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा. पिछले दिनों गौतम गंभीर को अगला मुख्य कोच बनाए जाने की खबरें चरम पर रही हैं. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 27 मई तक हेड कोच पद के लिए आवेदन स्वीकार किए थे और अब लोग जानने को बेताब हैं कि आखिर भारत का अगला कोच कौन होगा. अक्सर महेंद्र सिंह धोनी को कोच बनाने की मांग उठती रही है. मगर आप इस बात से अंजान होंगे कि धोनी के लिए भारतीय टीम का कोच बनना तो दूर की बात, उनके लिए आवेदन करना भी संभव नहीं है.
क्यों भारत के कोच नहीं बन सकते एमएस धोनी?
कोई व्यक्ति भारतीय टीम के मुख्य कोच पद के लिए तभी आवेदन कर सकता है जब वो किसी भी तरीके की क्रिकेट ना खेल रहा हो. एमएस धोनी की बात करें तो उन्होंने 2020 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से अलविदा ले लिया था, लेकिन वो अब भी आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल रहे हैं. यानी कोई भी एक्टिव प्लेयर, जो किसी भी तरीके का प्रोफेशनल क्रिकेट खेल रहा हो, वह भारतीय टीम का कोच नहीं बन सकता. धोनी ने हालांकि टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भारतीय टीम के मेंटर की भूमिका निभाई थी, लेकिन उस रोल में धोनी ने पार्ट-टाइम काम किया था. मेंटर की पोजीशन के लिए धोनी ने कोई फीस भी नहीं ली थी.
इस समय एमएस धोनी के आईपीएल से रिटायर होने की संभावनाएं भी कम नजर आती हैं. उन्होंने आईपीएल 2024 में 14 मैचों की 11 पारियों में 53.67 के औसत से 161 रन बनाए. सबसे ज्यादा चर्चा उनके स्ट्राइक रेट ने बटोरी क्योंकि सीजन में उन्होंने 220.55 के ताबड़तोड़ स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की थी. अच्छी फॉर्म में होते हुए धोनी के रिटायर होने की उम्मीद कम है.
मुख्य कोच बनने की रेस में कौन है सबसे आगे?
टीम इंडिया के मुख्य कोच के लिए आवेदन 27 मई को रोक दिए गए थे. BCCI ने आवेदन के लिए एक गूगल फॉर्म जारी किया था और बताया जा रहा है कि 3,000 से भी अधिक लोगों ने कोच पद के लिए आवेदन किया है. एक रिपोर्ट में बताया गया कि कई सारे आवेदन फेक थे क्योंकि लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सचिन तेंदुलकर और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नाम से भी आवेदन किया. हाल ही में कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटर गौतम गंभीर को टीम इंडिया के हेड कोच पद की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है.
यह भी पढ़ें: