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PM Narendra modi in swami Vivekananda rock memorial in Kanyakumari know difference between meditation and penance

PM Modi Meditation: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों (Lok Sabha Election 2024 Result) से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी (Kanyakumari) पहुंच गए हैं. उन्होंने समुद्र में बने विवेकानंद रॉक मेमोरियल (Vivekananda rock memorial) में ध्यान की शुरुआत की है. मोदी पूरे 45 घंटे तक ध्यानमग्न रहेंगे.

साधना क्या होती है (Meaning of Meditation)

साधना का अर्थ विधिवत तरीके से मन को स्थिर कर उचित प्रगति का निरंतर प्रयास करते हुए एक विशेष विधा में स्थापित करना है. आध्यात्मिक क्षेत्र में ध्यान भी एक साधना ही है, जिसे लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) इनदिनों चर्चा में हैं. लेकिन साधना और तपस्या में क्या अंतर है. आखिर क्यों पीएम मोदी ने 45 घंटे के ध्यान का संकल्प लिया.

हम सभी ईश्वर से जुड़ना चाहते हैं. इसके लिए कुछ लोग साधना करते हैं तो कुछ तपस्या में लीन होते हैं. लेकिन साधना और तपस्या में आखिर क्या अंतर है.

साधना और तपस्या क्या है? (What is Meditation and Penance)

  • अपने इष्ट को पाने के लिए या कुछ विशेष फल की प्राप्ति के लिए निश्चित संख्या में संकल्पित मंत्र का जाप करना या फिर गुरु के आदेशानुसार एक निश्चित अवधि तक मंत्र (Mantra) का जाप करना, पूजा-पाठ या होम-हवन आदि करना ही साधना कहलाता है. इसे आप साकाम और निष्काम किसी भी रूप में कर सकते हैं. लेकिन साधना एक निश्चित अवधि तक ही किया जाता है फिर इसे छोड़ देना पड़ता है.  
  • बिना की फल की चाह के मंत्र या ध्यान का अनंत समय तक अभ्यास करना तपस्या कहलाता है. साधना के लिए एक समय तय होता है. लेकिन तपस्या में इसके विपरीत कोई समय-सीमा नहीं होगी और ना ही कोई विशेष लक्ष्य होता है.

साधक और तपस्वी में अंतर (Difference Between Seeker and Ascetic)

साधारण शब्दों में साधना करते वाले को साधक और तपस्या करने वाले को तपस्वी कहा जाता है. वहीं साधना से जो शक्तियां, सिद्धियां या अनुभूतियां प्राप्त होती है वह सीमित होती है.

लेकिन दूसरी ओर तपस्या से प्राप्त होने वाली शक्ति, सिद्धि और अनुभूति अनंत है. साधक जहां अपने लक्ष्य (Goal) को पूरा करने के लिए अनुष्ठान आदि के जरिए साधना करता है.

वहीं दूसरी ओर तपस्वी केवल इच्छा मात्र से ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेता है. यानी उसे संकल्प लेकर मंत्र जाप करने की जरूरत नहीं पड़ती. 

ये भी पढ़ें: PM Modi Meditation: बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर का जहां मिलन होता है, उस स्थान पर PM Modi क्यों जा रहे हैं?

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें. 

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