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UP Board Exam 2025: 12वीं सामान्य हिंदी की परीक्षा में दिए साहित्यिक हिंदी के पेपर, दोबारा एग्जाम कराने की मांग

UP Board Exam 2025: 12वीं सामान्य हिंदी की परीक्षा में दिए साहित्यिक हिंदी के पेपर, दोबारा एग्जाम कराने की मांग

यूपी बोर्ड की परीक्षा 24 फरवरी से शुरू है.

यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 24 फरवरी से शुरू हो गई है. एग्जाम के पहले दिन ही बड़ी लापरवाही सामने आई. मुजफ्फरनगर के खतौली थाना क्षेत्र स्थित कबूल कन्या इंटर कॉलेज एग्जाम सेंटर पर 12वीं के छात्रों को सामान्य हिंदी के स्थान पर साहित्यिक हिंदी का पेपर दे दिया. छात्राओं और परिजनों ने प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करने और दोबारा एग्जाम कराए जाने की मांग की है.

यूपी बोर्ड परीक्षा का आयोजन दो पालियों में किया जा रहा है. 24 फरवरी को पहले दिन पहली शिफ्ट में 10वीं की परीक्षा हिंदी पेपर के साथ शुरू हुई थी. वहीं दूसरी पाली में 12वीं सामान्य हिंदी और सैन्य विज्ञान की परीक्षा थी. मुजफ्फरनगर के कबूल कन्या इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र पर इंटरमीडिएट के छात्रों को सामान्य हिंदी के स्थान पर साहित्यिक हिंदी का पेपर दिया गया है.वहीं परीक्षा दे रहे छात्रों का आरोप है कि शिकायत के बाद भी उनकी बात नहीं सुनी गई.

UP Board Exam 2025: दोबारा परीक्षा कराए जाने की मांग

भारतीय किसान यूनियन के साथ छात्रों को लेकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा किया और स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करने और दोबारा परीक्षा कराए जानें की मांग की. प्रधानाचार्य शिशु शिक्षा निकेतन इंटर कॉलेज खतौली ने बताया कि काबुल कन्या इंटर कॉलेज पर हमारी छात्राओं का पेपर था. वहां पर सामान्य हिंदी की जगह साहित्य हिंदी का पेपर दे दिया गया. छात्राओं ने विरोध भी किया लेकिन इस बात की कोई सुनवाई नहीं हुई. पेपर होने के बाद जैसे ही यह जानकारी मिली मैं प्रिंसिपल मैडम से भी बात की और जिला विद्यालय निरीक्षक से भी बात की. जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि संबंधित स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

UP Board 12th Exam 2025: जौनपुर में भी दिया गया गलत पेपर

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसारम 12वीं के छात्रों को जौनपुर में भी सामान्य हिंदी के स्थान पर साहित्यिक हिंदी का पेपर दिया गया है. जिले के रजा डीएम शिया इंटर कॉलेज में दूसरी पाली में 12वीं की परीक्षा हुई, जहां इंटरमीडिएट छात्रों को सामान्य हिंदी से स्थान पर साहित्यिक हिंदी हिंदी का पेपर दिया गया है. वहीं छात्रों का आरोप है कि जब उन्होंने इसकी शिकायत कक्ष निरीक्षक से की तो उन्होंने सही पेपर देने के बजाए छात्रों को ही शांत कराने लगें. स्टूडेट्स ने मामले की शिकायत डीएम से की है.

(इनपुट – रविन्द्र सिंह)

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