UP में BJP हुई हाईटेक, पार्टी अब हर बूथ पर बनाएगी व्हाट्सएप प्रमुख


बीजेपी अब बनाएगी व्हाट्सएप ग्रुप का बूथ प्रमुख
सोशल मीडिया के प्रति बढ़ता हुआ क्रेज और बदलते सियासी माहौल में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) भी अब बड़ा बदलाव करने जा रही है. ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब उत्तर प्रदेश में बीजेपी हर बूथ पर एक व्हाट्सएप प्रमुख भी बनाएगी. पार्टी का मानना है कि सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी, संगठन और पार्टी की कार्यक्रमों की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने का सबसे आसान जरिया व्हाट्सएप है. इसे ध्यान में रखते हुए पार्टी ने बूथ लेवल पर व्हाट्सएप प्रमुख बनाने का बड़ा फैसला किया है.
बीजेपी नेताओं की मानें तो पार्टी सोशल मीडिया पर महिलाओं और युवतियों को जोड़ने पर खास ध्यान देने जा रही है. पार्टी का मानना है कि महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा महत्व देना चाहिए. बदलते माहौल और राजनीति के चलते पार्टी नए पद बना रही है. राज्य में ऐसे पदों की संख्या 4.86 लाख से अधिक होगी. पार्टी का मकसद ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को पद देने के साथ ही हर पोलिंग बूथ और सोशल मीडिया पर अपनी मजबूत पकड़ बनाना है.
बूथ स्तर पर सक्रियता बढ़ाने की कोशिश में BJP
पार्टी मानती है कि लोकतंत्र में फाइनल लड़ाई का केंद्र बूथ ही है. एक्टिव बूथ अध्यक्ष और एक्टिव बूथ समिति के जरिए ही यह ताकत हासिल की जा सकती है. प्रदेश में सदस्यता अभियान के दौरान बीजेपी ने करीब ढाई करोड़ सदस्य बनाए हैं. जबकि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 3.62 करोड़ मत मिले थे. 2019 के चुनाव 50 प्रतिशत की जगह 2024 के चुनाव में 41.37 प्रतिशत मत ही मिले थे. मतों में करीब 8.5 प्रतिशत की कमी को पूरा करने के लिए पार्टी राज्य में संगठन के लिए नया ढांचा बना रही है.
2024 के संकेतों को समझते हुए पार्टी युवाओं, पिछड़ों, दलितों और महिलाओं को महत्व देने की तैयारी में है. पार्टी की ताकत उसका अपना संगठन ही रहा है. प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि सदस्यता और सक्रिय सदस्यता के बाद अब हम संगठन में चुनाव की ओर बढ़ रहे हैं. बूथ समितियों के गठन का कार्य चल रहा है. बूथ अध्यक्ष का सक्रिय सदस्य होना आवश्यक है और मंडल समिति के सभी सदस्यों का भी सक्रिय सदस्य होना आवश्यक है. हमें ऐसे लोगों को भी सक्रिय सदस्य बनाकर संगठन में सक्रिय बनाए रखना है.
कैसे गठित होगी बूथ समिति
बूथ समिति के बारे में बताते हुए धर्मपाल सिंह ने कहा कि बूथ समिति के गठन में एक बूथ अध्यक्ष के साथ-साथ 11 सदस्य भी बनाए जाएंगे और उन 11 सदस्यों में से 1 सचिव, 1 व्हाट्सएप प्रमुख, 1 मन की बात कार्यक्रम का प्रमुख और 1 लाथार्थी प्रमुख भी बनाया जाएगा. बूथ समितियों के गठन का काम 5 दिसंबर तक पूरा कर लिया गया. एक दिसंबर से 15 दिसंबर तक मंडल अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया संपन्न होगी. मंडल अध्यक्ष की आयु 35 से 45 साल के बीच होनी चाहिए जबकि जिलाध्यक्ष की आयु 45 से 60 साल के बीच होनी चाहिए.
उत्तर प्रदेश में पोलिंग बूथों की संख्या 1,62,012 है. पार्टी हर पोलिंग बूथ पर व्हाट्सएप प्रमुख, मन की बात कार्यक्रम प्रमुख और लाभार्थी प्रमुख बनाएगी. इस तरह 1.62 लाख व्हाट्सएप प्रमुख, 1.62 लाख मन की बात प्रमुख व 1.62 लाख लाभार्थी प्रमुख बनेंगे.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि प्रदेश में ढाई करोड़ से अधिक सदस्यों में से करीब 90 फीसदी सदस्यों का डाटा भी फीड किया जा चुका है. संविधान में आरक्षण की व्यवस्था के अनुरूप ही संगठन का भी गठन किया जा रहा है. पहले चरण में बूथ गठन की प्रक्रिया के बाद अब दूसरे चरण में मंडल गठन और जिले संगठन के गठन का काम शुरू होगा, एक्टिव बूथ अध्यक्ष और एक्टिव बूथ समिति के गठन के साथ ही मंडल स्तर पर संगठनात्मक गठन के प्रक्रिया की ओर भी आगे बढ़ना है.