Truecaller roll out MAX Level Protection with AI Feature to block All Spam calls

Truecaller: आजकल एआई टेक्नोलॉजी की चर्चा चारों-ओर खूब होती है. टेक्नोलॉजी से रिलेटेड हरेक कंपनी अपने-अपने प्रॉडक्ट में एआई फीचर्स का इस्तेमाल कर रही है. अब इस लिस्ट में ट्रूकॉल ने भी अपना नाम जोड़ लिया है. ट्रूकॉलर ने भी अपने ऐप में एक एआई फीचर को शामिल किया है, जो यूज़र्स को स्पैम कॉल्स की समस्या से छुट्टी दिलाएगा. आइए हम आपको ट्रूकॉलर के एआई फीचर के बारे में बताते हैं.
ट्रूकॉलर में आया एआई फीचर
दरअसल, ट्रूकॉलर ने अपने प्रीमियम यूज़र्स के लिए एक नया मैक्स प्रोटेक्शन लेवल फीचर लॉन्च किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके अनएप्रूव्ड कॉन्टैक्ट्स से आए सभी कॉल्स को ब्लॉक कर देता है.
यहां तक कि यूज़र्स को कॉल करने वाला इंसान ट्रूकॉलर के डेटाबेस में नहीं होगा फिर भी यह ऐप उसके कॉल को ब्लॉक कर देगा और यूज़र्स स्पैम कॉल की परेशानी से छुटकारा पा सकेंगे. आपको बता दें कि ट्रूकॉलर में फिलहाल आम यूज़र्स के लिए एक बेसिक प्रोटेक्शन लेवल वाला फीचर है, जिसमें सिर्फ वहीं स्पैम कॉल्स ब्लॉक होते हैं, जिनका नंबर ट्रूकॉलर के डेटाबेस में होता है. आइए हम आपको बताते हैं कि ट्रूकॉलर के इस मैक्स प्रोटेक्शन लेवल का इस्तेमाल कैसे करते हैं.
ट्रूकॉलर मैक्स प्रोटेक्शन का इस्तेमाल कैसे करें?
- ट्रूकॉलर का नया फीचर अपडेट v13.58 या उससे बाद वाले अपडेट में मिलेगा. इस फीचर का इस्तेमाल करने से पहले आपको अपने ट्रूकॉलर ऐप को अपडेट करना होगा.
- अब ट्रूकॉलर ऐप को खोलें और टॉप राइट कॉर्नर पर मौजूद तीन डॉट वाले आइकन पर क्लिक करे.
- अब सेटिंग्स के ऑप्शन में जाएं और ब्लॉक के ऑप्शन पर क्लिक करें.
- अब मैक्स (MAX) लेवल वाले नए प्रोटेकशन लेवल का ऑप्शन चुनें.
- अब इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए स्क्रीन पर आ रहे प्लान को सब्सक्राइब करें.
यूज़र्स ट्रूकॉलर के सब्सक्रिप्शन प्लान को खरीदने के बाद ही इस फीचर का इस्तेमाल कर पाएंगे क्योंकि कंपनी ने इस फीचर को प्रीमियम यूज़र्स के लिए ही रोलआउट किया है. हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि ट्रूकॉलर का नया प्रोटेक्शन लेवल सिर्फ एंड्रॉयड यूज़र्स के लिए उपलब्ध है. ऐसा इसलिए है क्योंकि एप्पल स्पैमर स्टेट्स और ब्लॉकिंग के लिए ट्रूकॉलर जैसे कॉलर आईडी सर्विस को अनुमति नहीं देता है.
यह भी पढ़ें:
AI कंटेंट को लेबल करना जरूरी क्यों है? मेटा से लेकर यूट्यूब तक ने बनाए नियम