Health Tips Borderline Diabetes Signs Symptoms And Prevention In Hindi

Borderline Diabetes: इन दिनों डायबिटीज एक कॉमन समस्या बन गई है. दुनिया के हर तीन में से एक व्यक्ति डायबिटीज (Diabetes) का शिकार है. टाइप-2 डायबिटीज होने से पहले इसके लक्षण शरीर में साफ दिखाई देने लगते हैं. मेडिकल टर्म में इसे प्री-डायबिटीज यानी बॉर्डरलाइन डायबिटीज (Borderline Diabetes) कहा जाता है. डायबिटीज का मतलब होता है कि शरीर का ब्लड शुगर लेवल सामान्य से काफी ज्यादा है.
बॉर्डरलाइन डायबिटीज से क्या समझें
अगर किसी को बॉर्डरलाइन डायबिटीज है तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको डायबिटीज हो ही जाएगी. लेकिन अगर समय पर आप इसे कंट्रोल नहीं कर पाते हैं तो डायबिटीज के शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है. प्री-डायबिटीक को बढ़ने से रोकने के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव कर सकते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर लाइफस्टाइल न बदली जाए तो बॉर्डरलाइन डायबिटीज वाले 15 से 50 प्रतिशत लोग 3 से 5 साल में डायबिटीज की चपेट में आ सकते हैं. आइए जानते हैं बॉर्डरलाइन डायबिटीज के क्या-क्या संकेत होते हैं…
बॉर्डरलाइन डायबिटीज के संकेत
हेल्थलाइन की एक खबर के मुताबिक, शुरुआत में इंसुलिन प्रतिरोध वाला कोई भी व्यक्ति टाइप 2 डायबिटीज विकसित कर सकता है. लेकिन अगर किसी को बॉर्डरलाइन डायबिटीज है तो उसके लक्षणों की पहचान काफी मुश्किल होता है. इन संकेतों को बॉर्डरलाइन डायबिटीज का लक्षण माना जा सकता है.
आंखों की रोशनी कम होना
बॉर्डरलाइन डायबिटीज में ज्यादातर लोगों में किसी तरह का लक्षण नहीं दिखता है, जिससे इसे पहचान पाना काफी मुश्किल होता है. हालांकि बॉर्डरलाइन डायबिटीज के शिकार लोगों की आंखों की रोशनी कम होने लगती है. डायबिटीज से आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ता है. कई बार सिरदर्द और धुंधला भी दिखता है.
थकान होना
बॉर्डरलाइन डायबिटीज के शिकार व्यक्ति का शरीर काफी थका हुआ और कमजोर नजर आता है. थकान के चलते किसी भी काम में मन नहीं लगता और कॉन्सन्ट्रेट करने में परेशानी आती है.
ब्लड प्रेशर-कोलेस्ट्रॉल का हाई होना
अगर किसी का ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल का लेवल अचानक से हाई हो जाता है तो समझ जाना चाहिए कि यह बॉर्डरलाइन डायबिटीज के लक्षण भी हो सकते हैं. बीपी हाई होने से चक्कर, थकान, गुस्सा और पसीना आने लगता है.
पैरों में दर्द, झुनझुनी या सुन्न होना
बॉर्डरलाइन डायबिटीज के शुरुआती लक्षणों की बात करें तो पैरों में बदलाव होने लगता है. कई बार पैरों में तेज दर्द, झुनझुनी और सुन्नपन की समस्या होने लगती है. इसके अलावा वजन बढ़ना, बॉडी का एनएक्टिव होना भी इसके शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. इसलिए जब भी इस तरह के संकेत दिखाई दें तो इग्नोर करने की बजाय तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
बॉर्डरलाइन डायबिटीज से खतरा
- आंखों की रोशनी कम हो सकती है
- नर्व डैमेज हो सकता है
- हार्ट डिजीज हो सकती है
- किडनी डैमेज हो सकता है
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