MagicWin gambling app case ED summons Mallika Sherawat Pooja Banerjee and others celebs comedians for online betting

MagicWin Gambling App Case: मैजिकविन गैम्बलिंग ऐप से जुड़े मामले में बॉलीवुड और छोटे पर्दे से जुड़े कलाकारों को ईडी ने समन भेजा है. ईडी ने इस मामले में बॉलीवुड एक्ट्रेस मल्लिका सहरावत और पूजा बनर्जी को समन किया है. ई़डी ने पूजा बनर्जी से इस मामले में पूछताछ की है. वहीं मल्लिका शेरावत ने मेल के जरिए समन का जवाब दिया है.
गैम्बलिंग ऐप मैजिकविन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट की जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है. मल्लिका शेरावत और पूजा बनर्जी के अलावा ईडी ने दो और बड़े सेलिब्रिटीज को भी समन किया है जिन्हें शुक्रवार और शनिवार को पूछताछ में शामिल होने के लिए बुलाया है. अगले हफ्ते ईडी 7 और बड़े सेलेब्स, टीवी कलाकार और कॉमेडियंस को भी समन भेजेगी.
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई थी छापेमारी
सूत्रों के मुताबिक मल्लिका शेरावत ने ईमेल के जरिए ED को अपना जवाब दिया जबकि पूजा बनर्जी ईडी के अहमदाबाद स्थित दफ्तर में पूछताछ में शामिल हुई थीं. ईडी ने “मैजिकविन” से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली, मुंबई और पुणे की 21 लोकेशन पर छापेमारी की थी. छापेमारी में कई दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और 30 लाख रुपए जब्त हुए थे. ईडी ने अपनी जांच अहमदाबाद पुलिस की साइबर क्राइम के दर्ज कराई गई एफआईआर पर शुरू की थी जिसमें मैजिकविन और कई दूसरे ऐप्स को आरोपी बनाया गया था.
क्या है मामला?
आरोप है कि मैजिकविन के जरिए गैरकानूनी तरीके से मेंस T20 वर्ल्ड कप का ब्रॉडकास्ट किया गया. इसके जरिए ऑनलाइन बेटिंग भी की गई. ईडी की जांच में सामने आया है कि मैजिकविन एक गेमिंग वेबसाइट है जिसके मालिक पाकिस्तानी नागरिक हैं. इस वेबसाइट का ऑपरेशन दुबई में बैठकर कुछ भारतीय नागरिक कर रहे थे. जांच में ये बात सामने आई कि वेबसाइट पर जिस गेम पर बेटिंग होते हुए दिखाया गया वो गेम्स फिलिपींस और अन्य देशों में खेली जाती हैं और वहां पर इन पर सट्टेबाजी लीगल है.
ईडी ने 3 करोड़ 55 लख रुपए किए सीज
ईडी की जांच में सामने आया की खिलाड़ी और सट्टेबाज जो पैसा गेम में लगाते थे उन्हें शेल कंपनी के जरिए डाइवर्ट करके क्रिप्टोकरंसी में लगा दिया जाता था. जिसे दुबई में एनकैश कर लिया जाता था. ईडी इस मामले में अब तक 68 बार सर्च ऑपरेशन चल चुकी है. ईडी अधिकारियों के मुताबिक मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में अब तक 3 करोड़ 55 लख रुपए सीज किए जा चुके हैं.