SDM बनने की जिद, खत्म हुआ सुनिष्ठा का इंतजार, UP PCS में Rank 16 के साथ बनीं अधिकारी | UP PCS 2023 Topper Sunishtha Singh Cracked UP PCS Exam in 5th Attempt UPPSC PCS Topper Story in Hindi


UP PCS रैंक 16 सुनिष्ठा सिंहImage Credit source: TV9 Hindi
कहते हैं कोशिश सच्ची लगन से तभी कर सकेंगे, जब पाने की जिद पूरी पक्की होगी.. ऐसी ही कहानी है UP PCS क्रैक करने वाली सुनिष्ठा सिंह की. मंगलवार को उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (UPPSC) की तरफ से यूपी पीसीएस 2023 का रिजल्ट (UP PCS 2023 Result) जारी किया गया. रिजल्ट के साथ-साथ टॉपर्स की लिस्ट भी जारी की गई. इस टॉपर्स की लिस्ट में एक नाम सुनिष्ठा सिंह का भी है.
यूपी पीसीएस 2023 टॉपर्स लिस्ट में शामिल सुनिष्ठा की कहानी साधारण नहीं है. उनका एक-दो नहीं 5 साल का इंतजार अब जाकर खत्म हुआ है. UP PCS में रैंक 16 लाने वाली सुनिष्ठा का चयन डिप्टी कलेक्टर पद पर हुआ है. अब वो एसडीएम के पद पर तैनात होने वाली हैं. उनके इस सफलता के पीछे लंबा संघर्ष है. आइए उनकी संघर्ष पर एक नजर डालते हैं.
बहराइच की रहने वाली
सुनिष्ठा सिंह उत्तर प्रदेश के बहराइच की रहने वाली हैं. एक मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाली सुनिष्ठा की स्कूलिंग उनके होम टाउन से ही हुई है. उनकी स्कूलिंग बाल शिक्षा निकेतन गर्ल्स इंटर कॉलेज बहराइच से हुई है. साल 2011 में उन्होंने 10वीं और साल 2013 में 12वीं की परीक्षा पास की. इसके बाद लखनऊ के इसाबेला थोबर्न कॉलेज से उन्होंने बीकॉम की डिग्री ली.
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सुनिष्ठा सिंह
सिविल सर्विस की तैयारी
साल 2016 में ग्रेजुएशन होने के बाद सुनिष्ठा सिंह ने सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. उनका यूपी पीसीएस सफर काफी लंबा रहा. सुनिष्ठा बताती हैं कि उनके दादा जिनका अब स्वर्गवास हो गया है, उनका सपना था कि सुनिष्ठा पीसीएस ऑफिसर बनें.
सुनिष्ठा ने यूपी पीसीएस परीक्षा के साथ UPSC Civil Service की भी तैयारी की. उन्हें लगातार चार बार असफलता हासिल हुई. इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपना प्रयास जारी रखा. अंतत: साल 2023 की यूपी पीसीएस परीक्षा में उन्हें सफलता हासिल हुई. उनका चयन रैंक 16 के साथ डिप्टी कलेक्टर पद के लिए हुआ.
पिता फार्मासिस्ट
सुनिष्ठा सिंह ने अपनी सफलता के श्रेय अपने माता-पिता और दादा समेत पूरे परिवार और दोस्तों को दिया है. सुनिष्ठा के पिता कुंवर विजयंत सिंह पेशे से एक फार्मासिस्ट हैं. उनकी माता सुनंदा सिंह एक गृहिणी हैं. सुनिष्ठा बताती हैं कि उनका सफर यहीं तक नहीं है. वो अब IAS की तैयारी में लगी हैं.