PM Modi on Russia and Austria tour concern of western countries increased what did Kremlin say

PM Modi Russia Visit: पीएम मोदी आज रूस और ऑस्ट्रिया दौरे के लिए रवाना हो रहे हैं. पीएम मोदी की इस यात्रा को लेकर रूस काफी उत्सुक है और भारत-रूस संबंध के लिए इसे महत्वपूर्ण मानता है. रूसी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास के ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने ये बातें कही. क्रेमिलिन के प्रवक्ता ने कहा कि मोदी की इस यात्रा को पश्चिमी देश ईर्ष्या की नजर से देखते हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बुलावे पर पीएम मोदी 8 और 9 जुलाई को मॉस्को में रहेंगे, इसके बाद ऑस्ट्रिया चले जाएंगे. इस दौरान मोदी रूस में आयोजित होने वाले 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे.
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई द्विपक्षीय औ वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी. उधर क्रेमलिन के प्रवक्ता पेस्कोव ने सरकारी टेलिविजन ‘वीजीटीआरके’ पर कहा कि मॉस्को में पीएम मोदी और व्लादिमीर पुतिन अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने के अलावा अनौपचारिक बातचीत भी करेंगे. क्रेमिलिन ने कहा है कि यह यात्रा भले ही अति व्यस्त ने हो लेकिन इस यात्रा का एजेंडा बड़ा होगा. पेस्कोव ने कहा, ‘भारत और रूस के संबंध रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर हैं, हम एक अति महत्वपूर्ण यात्रा की उम्मीद कर रहे हैं जो भारत-रूस संबधों के लिए काफी अहम है.’
भारत-रूस के बीच क्या हो सकते हैं समझौते?
पेस्कोव ने इस बात को जोर देकर कहा कि ‘प्रधानमंत्री मोदी की रूस यात्रा को पश्चिमी देश करीब से और ईर्ष्या की नजर से देख रहे हैं. पश्चिमी देशों की गंभीरता से साफ हो जाता है कि वे इस यात्रा को काफी महत्व दे रहे हैं.’ दरअसल, पीएम मोदी 5 साल बाद रूस के दौरे पर जा रहे हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि भारत और रूस के बीच कई रक्षा समझौतों पर मुहर लग सकती है. इस बार सबसे अधिक चर्चा रूस के 5th जेनरेशन फाइटर जेट सुखोई 57 की है. भारत हमेशा से सुखोई विमानों को लेकर काफी गंभीर रहा है. इसके साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि भारत में एंटी टैंक गोले बनाने की फैक्ट्री को लेकर भी अहम समझौता हो सकता है.
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