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राम मंदिर में संगमरमर के बने कमल पुष्प के सिंहासन पर विराजेंगे रामलला, रामनवमी पर सीधे पड़ेंगी सूर्य की किरणें | Ram temple Ram Lalla sit marble lotus flower throne sun rays fall directly on Ram Navami

राम मंदिर में संगमरमर के बने कमल पुष्प के सिंहासन पर विराजेंगे रामलला, रामनवमी पर सीधे पड़ेंगी सूर्य की किरणें

निर्माणाधीन राम मंदिर.Image Credit source: twitter

अयोध्या में निर्माणाधीन राममंदिर में रामलला का गर्भगृह तैयार हो गया है. अब इसकी सजावट की जा रही है. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को होना है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं हजारों प्रतिनिधियों के इस भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने की संभावना है. मंदिर न्यास के न्यासी अनिल मिश्रा का कहना है कि राम लला का सिंहासन, संगमरमर के बने एक कमल पुष्प आसन पर स्थापित होगा. इसे गर्भगृह में स्थापित किया गया है.

उन्होंने कहा कि इस सिंहासन की ऊंचाई को लेकर विशेष ध्यान रखा गया है. सिंहासन की ऊंचाई इस प्रकार रखी गई है कि रामनवमी पर दोपहर 12 बजे सूर्य की किरणें सीधे भगवान राम लला के माथे पर पड़े और सूर्य की रोशनी से गर्भगृह प्रकाशमान होगा.

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या में सप्ताह भर चलने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया है. अयोध्या में अगले वर्ष 17 जनवरी को भगवान राम की एक भव्य झांकी निकालेगी.

अयोध्या में निकलने वाली भव्य झांकी में भगवान श्री राम के जन्म से लेकर वनवास तक की तस्वीरें होगी. इसके साथ ही राम के लंका पर विजय एवं अयोध्या वापसी की झलक भी दिखेगी. सप्ताह भर चलने वाले समारोह की यह शोभा यात्रा एक औपचारिक शुरुआत है.

राम मंदिर का गर्भगृह 95 फीसदी बनकर तैयार

राममंदिर के ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र का कहना है कि गर्भगृह 95 प्रतिशत बनकर तैयार है. प्राण प्रतिष्ठा के समारोह में 6500 अतिथियों को आमंत्रण दिया गया है. सिंहद्वार का निर्माण कार्य पूरा हो गया है. द्वार पर की सभी मूर्तियां बनकर तैयार हो गई है. सभी मंडपों के फर्श का भी बनकर तैयार है. मंदिर के सभी स्तंभों पहले सफाई होगी. उसके बाद फर्श की पॉलिश करने की योजना है. बिजली के उपकरण लगाने का काम भी करीब पूरा होने के कगार पर है.

मुख्य शिल्पकार रंजीत मंडल ने झांकी को लेकर कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है, जो उन्हें अवसर मिला है. विभिन्न चरणों में श्रीराम की कुल 100 प्रतिमाएं प्रदर्शित होंगी. इनमें से 60 प्रतिमाएं अब तक बन कर तैयार हो चुकी हैं. इस शोभा यात्रा के बाद राम लला की नई प्रतिमा गर्भगृह में रखी जाएगी.

20 से 22 जनवरी तक रामलला के दर्शन पर रोक

बता दें कि आज ही श्रीराममंदिर निर्माण समिति बैठक रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर समेत निर्माणाधीन दस परियोजनाओं पर चर्चा हुई है.
मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र का कहना है कि मंदिर निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया गया. निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में समीक्षा की गई.

उन्होंने कहा कि अगले साल 20 से 22 जनवरी, 2024 तक श्रद्धालु और भक्त रामलला के दर्शन नहीं कर पाएंगे. प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान और वीआईपी मूवमेंट के चलते तीन दिन दर्शन पर रोक लगाने की योजना बनाई गई है.

ये भी पढ़ें- अयोध्या के राम मंदिर में रामलला का गर्भगृह तैयार, यहीं विराजेंगे राम



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