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Lucknow: जब कवि हो गए डिजिटल अरेस्ट… साइबर ठगों ने मीर तकी मीर के सुने शेर, बजवाई बांसुरी | Lucknow Cyber ​​thugs digitally arrested poet Neeraj Saxena listened to couplets of Mir Taqi Mir and played flute stwma

Lucknow: जब कवि हो गए डिजिटल अरेस्ट... साइबर ठगों ने मीर तकी मीर के सुने शेर, बजवाई बांसुरी

साइबर क्राइम

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में साइबर ठगों ने नकली सीबीआई ऑफिसर बनकर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित मशहूर कवि और साहित्यकार नरेश सक्सेना को डिजिटल अरेस्ट कर लिया. ठगों ने नरेश सक्सेना को एक कमरे में 6 घंटे तक बंद रखा. साइबर ठगों ने उनसे मीर तकी मीर और फैज अहमद फैज के शेर सुने. कवि नीरज सक्सेना से बांसुरी भी बजवाई.

ठगों ने कवि नीरज सक्सेना से उनकी लिखीं कविताओं को भी सुना. इस बीच साइबर जालसाजों ने उनको वीडियो कॉल कर उनके दस्तावेजों की जानकारी ली. ठगों ने खुद को सीबीआई अफसर बताया और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसाए जाने का हवाला दे उनसे पूछताछ की. हालांकि, उनके परिजनों को शक हुआ और उन्होंने ठगों की मंशा पर पानी फेर दिया.

ठग ने खुद को बताया सीबीआई इंस्पेक्टर

ठगी का शिकार होने से बचे कवि नीरज सक्सेना लखनऊ गोमती नगर विवेक खंड स्थित अपने मकान में रहते हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि उनके साथ यह वारदात बीती 7 जुलाई की दोपहर करीब 3 बजे हुई. उनके मोबाइल पर वॉट्सऐप कॉल आई. उन्होंने जब कॉल रिसीव की तो उसमें पुलिस की वर्दी में एक शख्स नजर आया. पूछने पर उसने अपने आपको सीबीआई इंस्पेक्टर रोहन शर्मा बताया.

कवि को 6 घंटे तक रखा डिजिटल अरेस्ट

साइबर ठग ने वॉट्सऐप पर कवि नीरज सक्सेना को बताया कि आपके आधार कार्ड से करोड़ों रुपयों की मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है. इस मामले में आपके खिलाफ केस भी दर्ज हुआ है. उन्होंने उन्हें घर के एक कमरें में बंद होने को और उनसे बात करते रहने को कहा. ठगों ने कवि को 6 घंटे तक कमरे में डिजिटल अरेस्ट किया रखा. इस दौरान साइबर जालसाजों ने उनके बैंक अकाउंट से संबंधित कई जानकारियां हासिल की.

ठग ने दी परिजनों के अरेस्ट की धमकी

जालसाजों के कहने पर कवि नरेश सक्सेना ने कमरे को अंदर से लॉक कर लिया था. इस दौरान उन्होंने परिजनों से उन्हे डिस्टर्ब ना करने को बोला था. जब काफी देर हो गई तो परिजनों ने खिड़की से उन्हें परेशान हालात में देखा. उनकी बहू को इस पर शक हुआ. साइबर फ्रॉड का शिकार होने की आशंका पर बहू सोनी सक्सेना नाश्ते का बहाना बनाकर कमरे में घुस गईं. उन्होंने देखा कि उनके ससुर के सामने मोबाइल पर खाकी वर्दी में कोई अपने को सीबीआई अफसर बन बात कर रहा था. बहू को देखकर ठग ने कहा कि आपके साथ आपके परिवार जनों की भी अरेस्टिंग की जा सकती है.

पुलिस से की शिकायत

इस बीच परिजनों की सूझबूझ से कॉल डिस्कनेक्ट कर दी गई. हालांकि, साइबर जालसाजों ने उन्हें दो दिन तक इसी तरह डिजिटल अरेस्ट की बात कही. बाद में नरेश सक्सेना अपने परिजनों के साथ गोमती नगर थाने पहुंचे और लिखित तहरीर दी. उनका आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में न ही कोई केस दर्ज किया और ना कोई कार्रवाई की.

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