पहले शुक्रिया, फिर आर-पार… मायावती और अखिलेश यादव के बीच क्यों छिड़ी लड़ाई? – Hindi News | BSP supremo Mayawati Guest house incident Samajwadi Party Akhilesh Yadav BJP Congress


अखिलेश यादव और मायावती
दो दिनों पहले मायावती ने अखिलेश यादव का आभार जताया था. फिर अगले ही दिन बीएसपी अध्यक्ष बीजेपी का आभार जताने लगीं. उन्होंने तो गेस्ट हाउस कांड का जिक्र भी छेड़ दिया. समाजवादी पार्टी नेताओं पर मायावती के साथ लखनऊ के गेस्ट हाउस में दुर्व्यवहार के आरोप लगे थे. अखिलेश यादव को मायावती के मान सम्मान की लड़ाई लड़ने को तैयार थे. पर बीएसपी अध्यक्ष में उन्हें बीजेपी के आभार वाली झटका दे दिया है. गेस्ट हाउस कांड में मायावती की मदद बीजेपी नेताओं ने की थी. अब तीस सालों बाद भी मायावती इसके लिए बीजेपी का शुक्रिया कर रही हैं.
अब अखिलेश यादव ने मायावती के इस बदले हुए रूख को बीजेपी का आभार चाल बताया है. उन्होंने आज लखनऊ में कहा कि वे चाहते थे कि बीएसपी अध्यक्ष को सम्मान मिले. PDA परिवार का मान रहे. क्योंकि वे भी इसी समाज से हैं. उनके लिए बीजेपी के विधायक ने जिस शब्द का प्रयोग किया वो बेहद अपमानजनक है. अखिलेश यादव ने कहा कि PDA परिवार के लोग हजारों साल से ऐसा व्यवहार देखते आ रहे हैं.
मुख्यमंत्री बनाने को सबसे बड़ी भूल बता दिया था
मथुरा से बीजेपी के विधायक राजेश चौधरी ने मायावती को यूपी का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री बताया था. एक न्यूज चैनल के डिबेट में उन्होंने मायावती को मुख्यमंत्री बनाना बीजेपी की सबसे बड़ी भूल तक कह दिया था. अखिलेश यादव को जैसे ही ये पता चला उन्होंने बयान जारी कर बीजेपी विधायक पर केस दर्ज करने की मांग की. बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से उसे पार्टी से बाहर करने की डिमांड की. मायावती ने अगले दिन अखिलेश को इसके लिए थैंक्यू कहा. लेकिन अब फिर दोनों में आर पार की लड़ाई छिड़ी है.
तकरार के सियासी मायने
बीएसपी अध्यक्ष मायावती अखिलेश यादव के दलित विरोधी बताती हैं. कांग्रेस पर भी आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी ने गेस्ट हाउस कांड पर समाजवादी पार्टी को कुछ नहीं कहा. सारा खेल दलित वोट का है. मायावती अपने बेस वोट बैंक को बचाने में जुटी हैं. अखिलेश यादव उनके दलित वोटरों को अपने साथ करना चाहते हैं. वे बता रहे हैं कि मायावती के ताज़ा बयान के पीछे बीजेपी की चाल है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग PDA परिवार के साथ नहीं देखना चाहते हैं