Fact Check Photo Of Lock On Graves Is Not From Pakistan It Is From Hyderabad

Pakistan Grave Lock Viral Photo: पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर पाकिस्तान को लेकर एक चौंकाने वाली खबर वायरल हो रही थी. इसमें दावा किया जा रहा था कि पाकिस्तान में अपनी बेटियों के शवों को ब्लात्कारियों से बचाने के लिए उनकी कब्र पर माता-पिता ताले लगा रहे हैं. हालांकि इस खबर की पड़ताल करने पर सच्चाई कुछ और ही निकली.
ये फोटो लेखक हैरिस सुल्तान ने ट्वीट की थी जिसके बाद ये वायरल हो गई. इसमें उन्होंने इस तरह के काम करने के लिए कट्टरपंथी इस्लामवादी विचारधारा को दोषी ठहराया गया था. उन्होंने अपने ट्वीट में कब्र पर ताले वाली फोटो शेयर की थी और पाकिस्तान पर “यौन कुंठित समाज” बनाने का आरोप लगाया था.
पाकिस्तान की नहीं थी फोटो
दरअसल, ये फोटो पाकिस्तान की नहीं बल्कि भारत की है. ऑल्ट न्यूज ने ट्वीट किया कि हरे रंग की ग्रिल वाली ये तस्वीर भारत के हैदराबाद शहर की है. उन्होंने स्थानीय लोगों के हवाले से कहा कि कब्र पर इन ग्रिल्स और ताले का इस्तेमाल इसलिए किया गया था ताकि कोई बिना अनुमति के पुरानी कब्रों पर शवों को न दफनाए. कब्र एक बूढ़ी औरत की थी जिसके बेटे ने ग्रिल लगाई थी.
This Grave is in India not from Pakistan.
It is in DarabJung Colony, Madannapet, Hyderabad, Telangana
And a lock has been put on this grave so that no one should bury someone else in this grave. pic.twitter.com/p1WaUlwDcf
— زماں (@Delhiite_) April 30, 2023
इस फोटो की सच्चाई सामने आने के बाद लेखक हैरिस सुल्तान ने कहा कि वह अपने पहले के ट्वीट को हटा रहे हैं. बता दें कि, पाकिस्तान में 2011 में एक नेक्रोफिलिया का मामला सामने आया था, जब उत्तरी नजीमाबाद, कराची से मुहम्मद रिजवान नाम के एक कब्रिस्तान के गार्ड को 48 लाशों के साथ बलात्कार करने की बात कबूल करने के बाद गिरफ्तार किया गया था.
कुछ और निकली दावे की सच्चाई
इसी मामले को मौजूदा फोटो से जोड़ा गया और कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि पाकिस्तान में महिलाओं के शवों को कई मौकों पर उजाड़ा गया था इसलिए ये ताले लगाए गए. हालांकि इस दावे की सच्चाई कुछ और ही निकली.
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