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Iran Syria Iraq Closed Airspace Over Israeli Strikes on Iranian Military Bases

West Asian Countries Closed Airspace: इजरायल ने शनिवार (26 अक्टूबर 2024) तड़के ईरान की राजधानी तेहरान सहित कई शहरों में सैन्य ठिकानों पर मिसाइलें दागीं. यह हमला एक अक्टूबर, 2024 को ईरान की ओर से किए गए हवाई हमलों के जवाब में किया गया, जब 200 से अधिक रॉकेट और बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल पर बरसाई गई थीं. ये हमले हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या का बदला लेने के लिए किए गए थे.

ताजा हमले के बाद ईरान की ओर से दावा किया गया कि इन हमलों से “सीमित नुकसान” हुआ है, जबकि इजरायल का कहना है कि इससे उसे ईरान के ऊपर “खुले आसमान” में अधिक स्वतंत्रता मिली है. इन हमलों के बाद ईरान, सीरिया और इराक ने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह बंद कर दिया है.

तीन देशों ने बंद किए एयरस्पेस

फ्लाइटरडार 24 के अनुसार, तीन देशों के ऊपर कोई विमान उड़ान भरते नहीं देखा गया. हालांकि, ईरान ने घोषणा की कि वह हमलों के बाद उड़ानों को फिर से शुरू करेगा. सीरिया ने कहा कि इजरायल ने दमिश्क में हवाई हमले किए. उसका दावा है कि ये हमले गोलान हाइट्स और लेबनान से किए गए, जिसके चलते सीरिया ने हवाई रक्षा प्रणाली सक्रिय कर दी थी. सीरिया, ईरान के नेतृत्व वाले ‘एक्सिस ऑफ रेजिस्टेंस’ का हिस्सा है, जो इजरायल और अमेरिका के खिलाफ सक्रिय शिया मिलिशिया और राजनीतिक समूहों का गठबंधन है.

नागरिक उड़ानों की सुरक्षा के लिए हवाई क्षेत्र बंद

उधर, इराक ने कहा कि उसने नागरिक उड्डयन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है. सुरक्षा कारणों से हमलों के बाद हवाई क्षेत्र बंद करना आम सुरक्षा प्रक्रिया का हिस्सा है, ताकि दुश्मन के विमानों की घुसपैठ रोकी जा सके और मित्र देशों के विमानों को पहचानना आसान हो सके. 

पलटवार करने की ताक में ईरान

ईरान की अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी तसनीम ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि इजरायल को उसके हर कदम का जवाब मिलेगा.” वहीं, इजरायली सेना ने ईरान को चेतावनी दी कि अगर उसने हिंसा की नई शुरुआत की तो उसे “भारी कीमत चुकानी” पड़ेगी. दूसरी ओर, अमेरिका ने पुष्टि की है कि उसे इस हमले की पूर्व जानकारी थी पर इसमें उसका कोई व्यक्ति या संपत्ति शामिल नहीं थी.

व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सैवेट ने इजरायल की कार्रवाई को “आत्मरक्षा” बताते हुए इसे ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में बताया. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता सीन सैवेट ने कहा, “हम ईरान से इजरायल पर अपने हमले रोकने की अपील करते हैं ताकि इस संघर्ष का अंत बिना किसी और बढ़ती हिंसा के हो सके.”

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