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Ghosi Lok Sabha seat: मिशन 80 में घोसी बड़ी मुश्किल, 2019 में BSP से मिली हार; इस बार राजभर के बेटे पर लगाया दांव | Ghosi Lok Sabha election 2024 Ghosi stronghold CPI Omprakash Rajbhar son Arvind BJP NDA candidate BSP Atulrai stwar

Ghosi Lok Sabha seat: मिशन-80 में घोसी बड़ी मुश्किल, 2019 में BSP से मिली हार; इस बार राजभर के बेटे पर लगाया दांव

कभी भाकपा का गढ़ था घोसी
Image Credit source: tv9 भारतवर्ष

यूपी की घोसी लोकसभा क्षेत्र में मऊ जिले का बड़ा हिस्सा है. मऊ का पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व है. बुनकर बहुल मऊ को सामाजिक ताने बाने का शहर कहा जाता है. घोसी पूरे विश्व में मदीनुतुल उलामा इस्लामिक केंद्र के लिए भी प्रसिद्ध है. यह जिला तमसा नदी के तट पर बसा है. बात राजनीति की करें तो पांच विधानसभा क्षेत्र को समेटे घोसी लोकसभा क्षेत्र के चार विधानसभा मऊ जिले में है जबकि एक विधानसभा बलिया जिले का हिस्सा है. घोसी में हुए पहले चुनाव भले ही कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की थी लेकिन इसके बाद यह क्षेत्र भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का गढ़ बन गया. भाकपा ने यहां पांच बार जीत दर्ज की है. कांग्रेस पार्टी भी यहां चार बार जीत दर्ज करन में कामयाब रही है.

घोसी की जनता ने एकबार बीजेपी और एकबार समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को संसद भेजा है. जबकि तीन बार यहां से बीएसपी के उम्मीदवार जीत दर्ज करने में कामयाब रहे हैं. वर्तमान में यहां से बहुजन समाज पार्टी के अतुल राय सांसद हैं. अतुल राय ने बीजेपी के हरिनारायण राजभर को 1,22,568
वोटों से हराया है.

अतुल राय को 573,829 वोट जबकि हरिनारायण राजभर को 4,51,261 वोट मिले थे. कांग्रेस पार्टी के बालकृष्ण चौहान तीसरे स्थान पर रहे थे उन्हें 23,812 वोट मिले थे. जबकि भाकपा के अतुल कुमार अंजान को 14,644 वोट मिले. अतुल राय 2019 लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी थे.

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2014 में बीजेपी के हरिनारायण राजभर की जीत

इससे पहले 2014 में बीजेपी के हरिनारायण राजभर ने जीत दर्ज की थी. घोसी में यह बीजेपी की पहली जीत थी. हरिनारायण राजभर ने बीएसपी के दारा सिंह चौहान को 1,46,015 वोटों से हराया था. राजभर को 379,797 जबकि दारा सिंह चौहान को 2,33,782 वोट मिले थे. कौमी एकता दल के मुख्तार अंसारी को 1,66,436, समाजवादी पार्टी के राजीव कुमार राय को 1,65,887, कांग्रेस के राष्ट्र कुंवर सिंह को 19,315 और छठे स्थान पर रहे भाकपा के अतुल कुमार अनजान को 18,162 वोट मिले थे.

घोसी का राजनीतिक इतिहास

घोसी लोकसभा क्षेत्र में पहली बार 1957 में चुनाव हुआ था. इसके पहले सांसद कांग्रेस पार्टी के उमराव सिंह बने. इसके बाद 1962 और 1967 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जय बहादुर सिंह सांसद बने. 1968 और 1971 में भाकपा के ही झारखंडे राय ने जीत दर्ज की. 1977 में जनता पार्टी के शिवम राय. 1980 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के झारखंडे राय, 1984 में भाकपा के राजकुमार राय इसके बाद 1989 और 1991 में भाकपा से कल्पनाथ राय ने जीत दर्ज की. 1996 में कल्पनाथ राय ने निर्दलीय और 1998 में समता पार्टी से जीत दर्ज की. 1999 में बाल कृष्ण चौहान बहुजन समाज पार्टी से, 2004 में चंद्रदेव प्रसाद राजभर सपा से फिर 2009 में दारा सिंह चौहान ने जीत दर्ज की. 2014 में बीजेपी के हरिनारायण राजभर और फिर 2019 में बीएसपी के अतुल राय सांसद बने.

घोसी का वोट गणित

घोसी लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा- घोसी, मधुबन, गोहना, महमूदाबाद, रासरा और मऊ है. घोसी लोकसभा क्षेत्र में कुल 20 लाख 55 हजार 880 वोटर हैं. इसमें पुरुष वोटर 10 लाख 90 हज़ार 327 जबकि महिला मतदाता 9 लाख 65 हज़ार 407 है. थर्ड जेंडर निर्वाचक की संख्या 84 हैं. बात जाति की करें तो यहां सवर्ण वोटर- राजपूत 1,00000, भूमिहार 80,000, ब्राह्मण 80,000, अनुसूचित जाति 5 लाख, यादव ढाई लाख, दो लाख राजभर, वैश्य एक लाख मौर्या एक लाख, निषाद 80 हजार और मुस्लिम मतदाता साढ़े तीन लाख है. एनडीए ने घोषी से सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को मैदान में उतारा है जबकि एनडीए विरोधी दलों ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है.

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