हाथ में पैंट और खुद पानी में, दुल्हनिया को लाने ऐसे पहुंचा दूल्हा, विदाई हुई तो… | Hardoi With pants in hand and himself under water this is how groom reached to bride after tension after vidai of dulhan stwtg


प्रतीकात्मक तस्वीर.
सात समंदर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गई…विश्वात्मा फिल्म का ये गाना तो आपने सुना ही होगा. यही नहीं, प्रेमी और प्रेमिका द्वारा एक दूसरे के लिए सात समंदर पार कर जाने के किस्से भी आपने खूब सुने होंगे. लेकिन उत्तर प्रदेश के हरदोई में दूल्हे ने सात समंदर तो नहीं लेकिन अपनी दुल्हनिया को लाने के लिए ऐसा कुछ किया, जिससे अब यह शादी खूब चर्चा में है. भारी बारिश के कारण यहां सड़कें लबालब पानी से भरी हुई मिल रही हैं. दूल्हे ने जब सड़क पर गहरा पानी देखा तो अपनी पैंट उतार दी. फिर पानी को पार करके अपनी दुल्हनिया के घर पहुंचा.
यहां तक तो ठीक था. लेकिन जब बारी आई दुल्हन की विदाई की तो मुश्किल हो गई. सभी लोग टेंशन में आ गए कि कैसे दुल्हन से पानी वाला रास्ता पार करवाया जाए. काफी देर बाद किसी तरह नौका का इंतजाम किया गया. उसके बाद दुल्हन को पानी से बचाकर दूसरी पार ले जाया गया. फिर वो अपने पिया संग ससुराल पहुंची. मामला पाली इलाके का है. मानसून में इन दिनों रोज बारिश हो रही है. दर्जनों गांव पानी में डूब गए हैं जहां से मुख्य मार्गों का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है.
कई फीट ऊपर तक था पानी
ये भी पढ़ें
कहारकोला गांव का रहने वाला राहुल रविवार को अपनी बारात लेकर शाहाबाद इलाके के कालागाढ़ा गांव जा रहा था. इस दौरान उन्हें रास्ते में एक जगह रुकना पड़ा. देखा कि वहां पर पानी ही पानी है जो कि कई फीट ऊपर तक है. वाहन को दूसरी तरफ ले जाना मुमकिन नहीं था. इसलिए बारातियों ने गाड़ियां वहीं रोक दीं. फिर दूल्हा समेत सभी बाराती अपनी पैंट हाथ में लेकर गहरे पानी में घुसकर दूसरी तरफ निकले.
गांव वालों ने की मदद
शादी के बाद जब दुल्हन की विदाई हुई तो फिर से सभी लोग टेंशन में आ गए. अब कैसे दुल्हन को उस पार ले जाया जाए. घंटों तक बारात वैसे ही खड़ी रही. सभी सोचने लगे कि अब इस पानी को पार कर के कैसे निकला जाए. मगर इस समस्या कोई भी समाधान नहीं मिल पा रहा था. तभी वहां मौके पर कुछ स्थानीय लोग पहुंचे. उन्होंने बारातियों से पूछा कि क्या हुआ. तब बारातियों ने अपनी समस्या के बारे में बताया. जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से नाव का इंतजाम किया गया, जो कि कई घंटों के इंतजार के बाद नाव मिली, तब दुल्हन को लेकर दूल्हा अपने घर पहुंचा.