Elon Musk Earns Rs 81 Lakh Per Month From Twitter Subscribers You Can Also Do It Here Is How

Elon Musk : एलन मस्क अपने सब्सक्राइबर्स के जरिए काफी पैसा कमा रहे हैं. अरबपति अपने करोड़ों फॉलोअर्स को कुछ एक्सक्लूसिव कंटेंट प्रोवाइडर करके प्रति माह 81 लाख रुपये के करीब कमा रहे हैं. 81 लाख रुपये हर महीने कमाना, वाकई ये संख्या बहुत बड़ी है. आपके लिए काम की बात यह है कि अगर आपके काफी सारे फॉलोअर्स हैं, तो आप भी हर महीने अच्छा पैसा कमा सकते हैं. हालांकि, शर्त यह है कि आप अपने सब्सक्राइबर्स को क्वालिटी कंटेंट ऑफर करने में सक्षम हों. आइए जानते हैं कि माजरा क्या है?
स्क्रीनशॉट ने किया खुलासा
मस्क ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कहा है कि कंटेंट क्रिएटर्स प्लेटफॉर्म पर मोनेटाइजेशन ऑप्शन का इस्तेमाल कर पैसे कमा सकते हैं. शेयर की गई तस्वीर से यह भी पता चलता है कि एलन मस्क के पास लगभग 24,700 सब्सक्राइबर हैं, जिन्हें वह अपने ऑनलाइन सेशन का एक्सेस और एक्सक्लूसिव जानकारी ऑफर कर रहे हैं.
Elon Musk has 24.7k subscribers.
News Reels
With each subscriber paying $4/mo, he is generating $1.2m/year in passive income.
It’s literally this simple to achieve financial independence and retire early pic.twitter.com/ohaVx6OH26
— Alex Cohen (@anothercohen) April 24, 2023
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वह हर यूजर से मासिक आधार पर करीब 4 डॉलर चार्ज कर रहे हैं. इसका लगभग मतलब है कि वह प्रति माह लगभग $98,800 (लगभग 80.9 लाख रुपये) कमा रहे हैं. इस हिसाब से, मस्क अपने मासिक सब्सक्राइबर्स से $100,000 के करीब कमा रहा है, जो कि परिवर्तित होने पर भारत करेंसी के हिसाब से लगभग 81.9 लाख रुपये बनते है.
ट्विटर से पैसा कैसे कमाया जा सकता है?
ट्विटर मोनिटाइजेशन नामक एक ऑप्शन ऑफर करता है. जब आप अपनी प्रोफाइल आइकन पर टैप करेंगे, तो आपको यह दिखाई देगा. प्रोफाइल आइकन पर टैप करने पर स्क्रीन के नीचे, एक प्रोफेशनल टूल्स टैब दिखाई देगा. आप इसपर टैप करें. फिर आपको एक मोनिटाइजेशन विकल्प दिखाई देगा. मोनिटाइजेशन पर टैप करने के बाद, आपको सब्सक्रिप्शन पर से टैप करना होगा.
नोट : मोनिटाइजेशन प्रोग्राम वर्तमान में चुनिंदा देशों तक ही सीमित है. ट्विटर के एफएक्यू पेज का कहना है कि जो लोग यूएस, कनाडा, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, जापान, ईयू, यूके और ईईए में रहते हैं, वे प्रोग्राम में भाग ले सकेंगे. यह ज्ञात नहीं है कि प्रोग्राम को भारत सहित अन्य क्षेत्रों में कब शुरू किया जायेगा.
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