मुहर्रम पर योगी सरकार के आदेश पर भड़के सपा सांसद बर्क, बोले जानबूझकर अड़चन डाली जा रही | sambhal sp mp ziyaurrahman bark furious over yogi governments order on muharram


सीएम योगी और सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क.
उत्तर प्रदेश में मुहर्रम के जुलूस को लेकर जारी योगी सरकार के आदेश पर विवाद गहरा गया है. समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि ताजियादारों से जबरन छोटे ताजिये निकालने का स्टेटमेंट लिखवाया गया है. उन्होंने ये बात यूपी की योगी सरकार के उस आदेश पर कही है, जिसमें मुहर्रम के जुलूस के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
योगी सरकार ने मुहर्रम के जुलूस के लिए तार और पेड़ों को काटे जाने पर रोक लगा दी है. इसी को लेकर सपा सांसद बर्क सरकार पर भड़के हुए हैं. सांसद बर्क ने कहा कि इन्हीं वजहों से बीजेपी उत्तर प्रदेश में 62 से 33 सीट पर आ गई. बीजेपी इसी के चलते अयोध्या ही नहीं बद्रीनाथ भी हार गई और आने वाले दिनों में यूपी में भी उसका सफाया होगा. सपा सांसद ने दावा किया कि आने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी और फिर मुसलमानों को कोई परेशानी नहीं होगी.
‘सरकार ने अदालत जाने का नहीं दिया वक्त’
संभल लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पहले 25 से 55 फीट तक की ताजिया निकलती थी और यह परंपरा सैकड़ों साल से चली आ रही है. बर्क ने कहा कि मुसलमान कोई नई परंपरा शुरू नहीं कर रहे हैं. सरकार की ओर से जानबूझकर अड़चन डाली जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें इतना वक्त भी नहीं दिया कि वो कोर्ट जा पाते और अदालत में अपनी बात रख पाते.
ये भी पढ़ें
‘यह आदेश हठधर्मी, संसद में उठाएंगे मुद्दा’
राज्य सरकार के आदेश को लेकर सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने सीधे सीएम योगी आदित्यनाथ को ही निशाने पर ले लिया और उनके आदेश को हठधर्मी बताया. बर्क ने कहा कि आने वाले दिनों में यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी और सपा सरकार में सभी धर्मों का सम्मान होगा. सांसद बर्क ने बताया है कि इस आदेश को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुख्य सचिव और राज्य के DGP को पत्र लिखकर आदेश पर पुनर्विचार करने की मांग की है. यही नहीं उन्होंने इस मुद्दे को संसद में उठाने की भी बात कही है.
CM योगी ने दिया था ये बयान
याद करिए मुहर्रम के समय में सड़कें सूनी हो जाती थीं. आज मुहर्रम आयोजित हो रहा है इसका पता भी नहीं लग रहा. ताजिया के नाम पर घर तोड़े जाते थे, पीपल के पेड़ काटे जाते थे, सड़कों के तार हटाए जाते थे.