पहले सीएम आएं वरना काम नहीं होने देंगे… मथुरा टंकी हादसे में बेटी की मौत पर बोले पिता | Water Tank collapse near by houses damaged dead woman family wants to meet CM Yogi Adityanath stwn


पानी की टंकी गिरने के बाद मलबा हटाने का काम जारी
उत्तर प्रदेश के मथुरा के कृष्ण विहार कॉलोनी में रविवार की शाम को एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें यहां बनी पानी की टंकी भरभराकर धराशायी हो गई. टंकी के गिरने की वजह से आसपास के मकानों में दरारें आ गईं. टंकी के गिरने से करीब 24-25 मकानों को अच्छा-खासा नुकसान पहुंचा है. रविवार को मथुरा में भारी बारिश हुई थी पानी की टंकी गिरी है. इस टंकी को गंगाजल की आपूर्ति के लिए बनाया गया था. हादसे में दो महिलाओं की मौत हो चुकी है, जबकि 15 लोग घायल हैं जिनका इलाज चल रहा है.
वहीं मौके पर पहुंचीं एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीम ने मोर्चा संभाला और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. टंकी के पास करीब 12-14 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा. अभी भी मलवा हटाने का काम किया जा रहा है. मृतका के पिता मोहन गोस्वामी ने मांग की है कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात नहीं होगी, तब तक वह इलाके में कोई भी काम नहीं होने देंगे.
मृतका के पिता ने इलाके में हो रहे मलबा हटाने के काम का विरोध किया है, उन्होंने कहा कि वह किसी भी सूरत में कोई काम नहीं होने देंगे. मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट पहुंचे और उन्होंने मोहन गोस्वामी को समझाने का काम किया. लेकिन वो नहीं माने जिसके बाद मौके पर डीएम और एसएसपी पहुंचे और उन्होंने उनसे बात की. बड़ी मुश्किल के बाद मौके पर फिर से काम शुरू किया जा सका.
टंकी का निर्माण करने वाली आगरा की कंपनी के नाम एफआईआर दर्ज कर दी गई है. जिसमें देर रात जल निगम के अधिशासी अभियंता (निर्माण खंड) रत्नेश कुमार श्रीवास्तव ने आगरा की एसएम कंस्ट्रक्शन फर्म और दो पार्टनर मेसर्स बनवारी लाल निवासी आगरा व मेसर्स त्रिलोकी सिंह रावत निवासी अल्मोड़ा के खिलाफ केस दर्ज कराया है. आरोप है कि निर्माण कार्य में लापरवाही हुई है और सही ढंग से कार्य नहीं किया गया.
घरों को नुकसान
टंकी के गिरने से आस-पास के लोगों के घरों में दरारें आ गई हैं और करीब 24-25 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. लोगों अपने घर में असहज महसूस कर रहे हैं और कुछ लोग तो अपने घरों से निकलकर रिश्तेदारों के यहां पहुंच गए हैं. हालांकि अभी तक प्रशासन की ओर से क्षतिग्रस्त हुए मकानों के बारे में किसी तरह की सहायता की घोषणा नहीं की गई है. वहीं मथुरा के जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार ने हादसे की जांच के लिए एक टीम गठित की है. टीम को एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए गए हैं. शैलेंद्र कुमार ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.