Congress 5 Guarantees In Karnataka How Much Expensive Siddaramaiah DK Shivakumar Rahul Gandhi

Congress Guarantees: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार (20 मई) को बेंगलुरु में शपथ ली. इसी के साथ चुनाव में पार्टी ने जो वादे किए थे उनमें से 5 गारंटियों को मंजूरी भी दे दी. इसको लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कैबिनेट की पहली मीटिंग में ही पांच गारंटियों को मंजूरी मिली है.
वहीं, कैबिनेट की पहली बैठक के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा, “जिस प्रशासन की जनता ने हमसे अपेक्षा की है वैसा ही प्रशासन उन्हें मिलेगा. हमने पहली मंत्रिमंडल की बैठक में कांग्रेस की 5 गारंटियों को सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है. अगला मसौदा कैबिनेट की अगली बैठक में आ जाएगा.” इससे पहले 19 मई को दिल्ली में डीके शिवकुमार ने कहा था कि कैबिनेट की पहली बैठक में हम अपनी सभी गारंटी योजनाओं को लागू करने जा रहे हैं. हम अपने वादे निभाएंगे.
कौन सी हैं 5 गारंटियां?
कांग्रेस ने वादा किया था कि वो सत्ता में आने पर पांच गारंटियों को पूरी करेगी.
- सभी घरों (गृह ज्योति) को 200 यूनिट मुफ्त बिजली.
- हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता.
- गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवार (अन्न भाग्य) के प्रत्येक सदस्य को 10 किलोग्राम मुफ्त चावल.
- बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (दोनों 18-25 आयु वर्ग में) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवा निधि)
- सार्वजनिक परिवहन बसों (शक्ति) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा.
इन पांच गारंटियों को लेकर क्या बोले CM सिद्धारमैया?
सीएम सिद्धारमैया ने कहा, “वित्तीय प्रभाव कुछ भी हो, वादों को पूरा किया जाएगा.” सिद्धरमैया ने कहा कि सरकार का शुरुआती अनुमान है कि चुनावी वादों को पूरा करने से सरकारी खजाने पर सालाना 50,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा.
इसके अलावा उन्होंने कहा, “राज्य में सबसे पहले गृह ज्योति योजना लागू की जाएगी. इसके तहत 200 यूनिट बिजली मुफ्त में दी जाएगी. इस पर करीब 1,200 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.” अगली योजना पर बताते हुए उन्होंने कहा, “गृहलक्ष्मी योजना पर काम जारी है. कैबिनेट की अगली बैठक के बाद बताएंगे कि इस पर कितना खर्च होगा. अब इन योजनाओं को लागू करने के लिए कितना भी खर्च आए लेकिन हम इनको लागू करेंगे.” मुफ्त सवारी वाली योजना पर उन्होंने कहा कि ये सिर्फ कन्नडिगों के लिए है.
उन्होंने साफ तौर पर कहा है, “पहले इसको लेकर विवरण किया जाएगा, फिर विस्तार से बात की जाएगी. अभी विवरणों पर गौर करना जरूरी है.“ सीएम सिद्धारमैया ने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह युवाओं को बेरोजगारी वाले पैसे देने के लिए कहा, उनके लिए पता लगाना होगा कि राज्य में कितने बेरोजगार हैं और कौन सा युवा किस योजना के तहत कवर होगा. इसका पूरा विवरण आने के बाद योजना लागू होगी.