Delhi Outer North Cyber Cell Police Arrests Accused Who Cheated Crores In Name Of Job In Indian Air Force ANN

Delhi Police Action in IAF Job Fraud Case: दिल्ली की आउटर नॉर्थ साइबर सेल थाना पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी आरोपी खुद को फ्लाइट लेफ्टिनेंट बताता था और एयर फोर्स में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था. आरोपी की पहचान 39 वर्षीय कमल शर्मा के रूप में हुई है.
पुलिस ने दावा किया कि आरोपी 100 से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है. आरोपी के पास से पुलिस ने भारतीय वायु सेना के फर्जी पहचान पत्र, वर्दी, बैज, 4 मोबाइल फोन, 1 एयर पिस्टल और 5 कारतूस बरामद किए हैं. आरोपी एक एनजीओ चलाता है और इसी की आड़ में शिविर लगाकर लोगों को अपने झांसे में लेता था. पुलिस आरोपी के 8 बैंक खाते फ्रीज कर चुकी है.
ऐसे सामने आई आरोपी की सच्चाई
आउटर नॉर्थ के डीसीपी रवि कुमार ने बताया कि जिला साइबर सेल में लिबासपुर निवासी एक महिला ने ठगी की शिकायत की थी, जिसमें उसने बताया था कि सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी मुलाकात कमल शर्मा से हुई थी. वो ‘वी एलिमिनेट पॉवर्टी नाउ’ नाम से एक एनजीओ चलाता था. उसने खुद को भारतीय वायु सेना का फ्लाइंग लेफ्टिनेंट बताया और फोर्स में नौकरी दिलाने का झांसा देकर महिला से 12 लाख रुपये ठग लिए. काफी दिनों तक नौकरी नहीं मिलने पर पीड़िता ने उसके खिलाफ शिकायत की.
डीसीपी ने बताया कि इंस्पेक्टर रमन कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने जांच शुरू की. जांच में पता चला कि आरोपी पीड़िता से व्हॉट्सऐप पर बात करता था. पुलिस ने व्हॉट्सऐप चैट हिस्ट्री, स्क्रीनशॉट, मेल आईडी डिटेल्स, बैंक और यूपीआई लेनदेन की जांच की. इससे कमल शर्मा की पहचान कर ली गई. जांच में पता चला कि कमल वायु सेना में काम नहीं करता है, बल्कि वह ‘वी एलिमिनेट पॉवर्टी नाउ’ नाम से एक एनजीओ चलाता है. बैंक खाते की जांच में पता चला कि आरोपी करीब 100 से ज्यादा लोगों से करोड़ों की ठगी कर चुका है.
बेंगलुरु से गिरफ्तार, आर्मी इंटेलिजेंस ने भी की पूछताछ
तकनीकी जांच के जरिये पुलिस ने आरोपी को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया. पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लेकर आई. यहां छतरपुर, नई दिल्ली में आरोपी के घर पर छापेमारी की गई, जहां से पुलिस ने भारतीय वायु सेना की वर्दी (नेम प्लेट, रैंक, बैज, कैप के साथ), एयर पिस्टल गन, लेटर हेड, आश्रित कार्ड, लैपटॉप, प्रिंटर, फिंगर प्रिंट स्कैनर, डोंगल, पेन ड्राइव, सिम कार्ड, स्टेथोस्कोप समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए. जांच में पता चला कि आरोपी भारतीय वायु सेना की आंतरिक जानकारी से अच्छी तरह वाकिफ था और इसका इस्तेमाल करते हुए वह भारतीय वायुसेना में एक आकर्षक करियर दिलाने के नाम पर लोगों को धोखा देता था. पुलिस के अलावा आर्मी इंटेलिजेंस ने भी आरोपी से पूछताछ की.
आरोपी पर पहले से दर्ज हैं तीन मामले, एक में जा चुका है जेल
पुलिस का कहना है कि जांच में पता चला कि आरोपी के खिलाफ बिंदापुर, दिल्ली में एक और शामली, यूपी में ठगी के दो मामले दर्ज हैं. शामली के एक मामले में वह 11 महीने जेल में रह चुका है. जांच में सामने आया है कि आरोपी कमल शर्मा बेरोजगारों को वायु सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देता था. वह 2016 से एक एनजीओ चलाता है और युवाओं को प्रभावित करने के लिए यूपी, हरियाणा और राजस्थान में शिविर आयोजित करता था. वह बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद, जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर, गोवा, कोच्चि, बीदर, पटना, जम्मू और बेलगाम जैसे विभिन्न शहरों के युवकों को अपना शिकार बनाता था.