AUS Vs PAK Mohammad Hafeez Curse Umpire In 2nd Test Iceland Cricket Take Jibe On Pakistan Cricket Team

Iceland Cricket Jibe At Pakistan Team: पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ के शुरुआती दोनों मुकाबले गंवा दिए. बॉक्सिंग डे पर खेले गए दूसरे टेस्ट में मेज़बान ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 79 रनों से शिकस्त दी. दूसरा टेस्ट में हार के बाद पाकिस्तान टीम के डायरेक्टर मोहम्मद हफीज़ ने खराब अंपायरिंग को दोषी ठहराया, जिस पर आइसलैंड क्रिकेट ने सोशल मीडिया के ज़रिए उनके मज़े ले लिए. आइसलैंड क्रिकेट ने पाकिस्तान टीम को ऑस्ट्रेलियाई में लगातार 16 हार याद दिलाईं.
मैच के बाद शुक्रवार को हफीज़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने टीम के रूप में कुछ गलतियां कीं, जिसे हम दूर करेंगे और उन चीज़ों को संबोधित करेंगे. लेकिन मेरा मानना है कि असंगत अंपायरिंग और टेक्नॉलिजी के श्राप ने हमें वो परिणाम दिया, जो कुछ और हो सकता था.” हफीज़ की इस बात का जवाब देते हुए आइसलैंड क्रिकेट ने पाकिस्तान को लगातार 16 हार हार याद दिलाईं.
आइसलैंड क्रिकेट ने ट्वीट करके लिखा, “यह शानदार है. कैसे ज़्यादा टैलेंटेड और अच्छी टीम ऑस्ट्रेलिया में लगातार 16 मैच हार सकती है. ज़ाहिर तौर पर भाग्यशाली ऑस्ट्रेलियाई जल्दी ही भाग्यशाली होना बंद हो जाएंगे.”
It’s amazing. How can the more talented and superior team have lost 16 matches in a row in Australia? Surely those lucky Aussies will stop being lucky soon. https://t.co/118gmMCe2K
— Iceland Cricket (@icelandcricket) December 29, 2023
क्यों हफीज़ ने खराब अंपायरिंग को दिया दोष
दूसरे टेस्ट में 317 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान के पास जब 5 विकेट हाथ में थे तब उन्हें 98 रनों की दरकार थी, लेकिन तभी रिज़वान विकेटकीपर कैच के ज़रिए आउट हो गए. गेंद रिज़वान के दास्ताने के रिस्टबैंड पर लगी थी, जिसे ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने कैच किया. हालांकि ग्राउंड अंपायर ने रिज़वान को आउट करार नहीं दिया था. लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने रिव्यू का इस्तेमाल किया, जिसके बाद रिज़वान को आउट दिया गया. रिज़वान भी इस फैसले खुश नहीं दिखे थे.
हफीज़ ने मैच के बाद कहा था, “मैंने रिज़वान से बात की थी वो बहुत इमानदार इंसान है. उसने कहा कि गेंद दास्तानों के करीब कहीं भी टच नहीं हुई थी और हमने जो देखा, अंपायर के फैसले को पलटने के लिए निर्णायक सबूत होने चाहिए. हम यही जानते हैं. अंपायर ने इसे नॉट आउट करार दिया और इस बात का कोई निर्णायक सबूत नहीं था कि फैसला कहां पलटना है.”
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