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Sakat Chauth Vrat 2023 Puja Time Muhurat: सकट चौथ गणेश जी के प्रमुख त्योहारों में एक है. हर साल माघ महीने की कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ का त्योहार मनाया जाता है.

इसे संकष्टी चतुर्थी, सकट चौथ, तिलकुट चौथ, माघी चौथ, लंबोदर संकष्टी, तिलकुट चतुर्थी और संकटा चौथ आदि जैसे नामों से भी जाना जाता है. सकट चौथ पर्व मानए जाने से जुड़ी पौराणिक कथाओं के अनुसार इसी दिन मां पार्वती ने गणेशजी को प्रकट किया था.

सकट चौथ के दिन भगवान गणेश की विधिविधान से पूजा की जाती है और पूरे दिन व्रत रखा जाता है. फिर रात्रि में चंद्रोदय के बाद चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है. यही कारण है कि सकट चौथ पर चंद्रमा दर्शन और पूजन का विशेष महत्व होता है.

आज सकट चौथ के दिन यानी मंगलवार 10 जनवरी को चंद्रोदय रात्रि 08:41 पर होगा. लेकिन अलग-अलग शहरों में चंद्रमा के उदित होने के समय में थोड़ा अंतर हो सकता है. आइये जानते हैं आज सकट चौथ पर आपके शहर में कितने बजे निकलेगा चांद.

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सकट चौथ पर देश के प्रमुख शहरों में चंद्रोदय का समय (Sakat Chauth 2023 Moonrise Timing)

  • नई दिल्ली: रात- 08:41 PM
  • नोएडा: रात- 08:41 PM
  • आगरा: रात- 08:40 PM
  • लखनऊ: रात- 08:28 PM
  • कानपुर: रात- 08:31 PM
  • गुड़गांव: रात- 08:42 PM
  • कुरुक्षेत्र: 08:40 PM
  • मु्म्बई: रात- 09:13 PM
  • पुणे: रात- 09:09 PM
  • नागपुर: रात- 08:44 PM
  • चेन्नई: रात- 08:50 PM
  • अहमदाबाद: रात- 09:08 PM
  • सकट चौथ पर ऐसे करें चंद्रमा पूजन
  • जयपुर: रात- 08:50 PM
  • पटना: रात- 08:13 PM
  • रांची: रात- 08:15 PM
  • वाराणसी: रात- 08:22 PM
  • बरेली: रात- 08:32 PM
  • भोपाल: रात- 08:48 PM
  • चंडीगढ़: रात- 08:39 PM
  • बेंगलुरु: रात- 09:01 PM
  • जम्मू: रात- 08:44 PM

सकट चौथ पर चंद्रमा को अर्घ्य देने की विधि

सकट चौथ पर रात्रि में चंद्रोदय के बाद सबसे पहले रोली, चंदन,शहद, फूल, दूध और जल मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए. इस बात का ध्यान रखें कि चंद्रमा को अर्घ्य देते समय जल के छीटें पैरे में न पड़े. अर्घ्य देने के बाद अपना व्रत खोलें.

द्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही सकट चौथ का व्रत सफल और संपूर्ण माना जाता है. इससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है और संतान को दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है. वहीं ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक कहा गया है. ऐसे में चंद्रमा को अर्घ्य देने से मन में आ रही नकारात्मक विचार दूर होते हैं और कुंडली में भी चंद्र दोष दूर होता है.

ये भी पढ़ें: Tilkut Chauth 2023 Date: आज है तिलकुट चौथ, जानिए तिथि, मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व से लेकर चंद्रोदय का समय

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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