सैलरी रोकी, बहन की बीमारी में भी नहीं दी छुट्टी; अधिकारियों के प्रताड़ना से तंग कर्माचारी ने किया सुसाइड अटेम्प्ट


जूनियर क्लर्क अस्पताल में भर्ती
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद एसडीएम कार्यालय में तैनात जूनियर क्लर्क ने तहसील परिसर में शुक्रवार रात जहरीला पदार्थ खा लिया. मामले की जानकारी होते हुए पूरे परिसर में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में एसडीएम की गाड़ी से क्लर्क को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल कर्मचारी की हालत नाजुक बनी हुई है. इस घटना के बाद से ही एसडीएम पर कर्मचारी को प्रताड़ित करने के आरोप लग रहे हैं.
मझोला के शंकर नगर में रहने वाले कुलदीप वन तहसील कार्यालय में जूनियर क्लर्क हैं. कुलदीप बीते एक महीने से दफ्तर नहीं आ रहे थे. एक मई से उन्होंने कार्यालय आना शुरू किया था. इस बीच शुक्रवार की रात 8 बजे उन्होंने तहसील परिसर में ही जहरीला पदार्थ खा लिया. इस बात की जानकारी होते ही पूरे तहसील परिसर में हड़कंप मच गया है. इसके बाद उन्हें तुरंत एसडीएम सदर डाॅ. राममोहन मीना ने अपनी गाड़ी में भेज कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया.
बहन की तबियत थी खराब
इस पूरी घटना को लेकर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कलेक्ट्रेट कर्मचारी कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष एसके सक्सेना ने बता रहे हैं कि अप्रैल में कुलदीप की बहन की तबियत ठीक नहीं थी. इसलिए वह 15 दिनों की छुट्टी पर गए थे. इस बीच उन्होंने 15 दिन की छुट्टी और बढ़ा दी, लेकिन इस दौरान उनकी छुट्टी कैंसिल कर दी गई. इसके बाद वह 1 मई को ड्यूटी पर वापस लौटे. कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप है कि अधिकारी यह कह रहे थे कि अगर तुम रात को 10:00 बजे भी घर जाओगे तो मुझसे परमिशन लेकर जाओगे.
2 महीन से नहीं मिली थी सैलरी
ऐसा कहा जा रहा है कि पिछले 2 महीने कुलदीप को वेतन भी नहीं मिल रहा था. कर्मचारी को इतना ज्यादा प्रताड़ित कर दिया गया था कि वह सो भी नहीं पा रहा था. इसी वजह से परेशान होकर कुलदीप ने जहरीले पदार्थ खा लिया. इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम सदर ने बताया कि लिपिक एक महीने से ऑफिस नहीं आ रहा था. साथ ही उसने इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी थी. बिना सूचना अनुपस्थित रहने पर उसकी छुट्टी स्वीकृत नहीं की गई थी. इसलिए उसकी सैलरी रोकी गई थी.