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Canadian PM Mark Carney stressed ties with France and the UK also with European allies amid trade war with US

Canadian PM Mark Carney Future Plan: कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने अपनी पहली विदेश यात्रा के दौरान फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम के साथ कनाडा के संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया. यह यात्रा उस समय हो रही है जब कनाडा को अमेरिका के साथ बढ़ते व्यापार युद्ध और संप्रभुता के खतरों का सामना करना पड़ रहा है.

मार्क कार्नी, जो जस्टिन ट्रूडो के उत्तराधिकारी बने हैं और पूर्व में बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर रह चुके हैं, ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के बजाय यूरोप को चुना. कार्नी ने कहा कि कनाडा को फ्रांस जैसे विश्वसनीय सहयोगियों के साथ अपने संबंधों को बढ़ावा देने की जरूरत है, खासकर अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध और सुरक्षा चुनौतियों के बीच. कार्नी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “कनाडा के लिए फ्रांस जैसे विश्वसनीय सहयोगियों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है.”

अमेरिका से व्यापार युद्ध और कनाडा की प्रतिक्रिया
डोनाल्ड ट्रंप की ओर से कनाडाई वस्तुओं पर इम्पोर्ट रेट बढ़ाने और कनाडा की संप्रभुता को चुनौती देने से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. कनाडाई संप्रभुता को ट्रंप की ओर से चुनौती दिए जाने पर कनाडाई नागरिकों में बेचैनी है. जनमत सर्वेक्षणों से पता चलता है कि अधिकांश कनाडाई ट्रंप के इस तर्क को अस्वीकार करते हैं कि कनाडा अमेरिका का 51वां राज्य बनकर बेहतर होगा. कार्नी ने कहा कि कनाडा को अपनी सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए यूरोपीय सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना होगा.

रूस-यूक्रेन युद्ध पर कनाडा की भूमिका
फ्रांस और कनाडा ने रूस के आक्रमण के बाद से यूक्रेन का समर्थन करने की प्रतिबद्धता जताई है. दोनों देशों ने मिलकर यूक्रेन की संप्रभुता की रक्षा के लिए सुरक्षा गारंटी की मांग की है. मैक्रोन और कार्नी ने कहा कि वे रूस से स्पष्ट प्रतिबद्धताओं की मांग करेंगे, ताकि यूक्रेन और पूरे यूरोप की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.

ब्रिटेन और फ्रांस के साथ व्यापारिक संबंध
फ्रांस और ब्रिटेन के साथ कनाडा के व्यापारिक संबंधों पर भी जोर दिया गया है. कनाडा का फ्रांस के साथ व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता है, और वह CPTPP (कंप्रीहेंसिव एंड प्रोग्रेसिव एग्रीमेंट फॉर ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप) का सदस्य है, जिसमें अब ब्रिटेन भी शामिल है. कार्नी ने कहा कि अमेरिका के साथ टैरिफ और जवाबी उपायों के कारण व्यापार प्रभावित हो सकता है, लेकिन यूरोपीय संघ और अन्य देशों के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान दिया जा रहा है.

आर्कटिक सुरक्षा और संप्रभुता
कार्नी अपनी यात्रा के अंतिम चरण में नुनावुत जाएंगे, जो कनाडा की आर्कटिक सुरक्षा और संप्रभुता की पुष्टि करने के लिए महत्वपूर्ण है. यह यात्रा डेनमार्क के स्वायत्त देश ग्रीनलैंड के करीब है, जिसे ट्रम्प ने विलय का लक्ष्य बनाया था.

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