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ड्राइवर बस मोहरा, मास्टरमाइंड कोई और… रिटायर्ड IAS की पत्नी के मर्डर की Inside Story | lucknow retired ias officer devendra dubey wife mohini dubey murder 3 accused arrested know reason for murder stwas

ड्राइवर बस मोहरा, मास्टरमाइंड कोई और... रिटायर्ड IAS की पत्नी के मर्डर की Inside Story

रिटायर्ड IAS देवेंद्र दुबे और उनकी पत्नी मोहिनी दुबे.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर इलाके में हुई रिटायर्ड IAS देवेंद्र दुबे की पत्नी की हत्या के मामले में पुलिस ने आज दो आरोपियों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया. मुठभेड़ में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी अखिलेश और रवि यादव सगे भाई हैं, जबकि एक अन्य आरोपी रंजीत इनका साथी है. तीनों ने एक साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है, जिससे वारदात की असल वजह का पता चल सके. पुलिस पता लगाना चाहती है कि इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड कौन है?

लखनऊ के JTCP क्राइम आकाश कुलहरि ने बताया कि इंदिरा नगर सेक्टर-20 में बीते दिनों रिटायर्ड IAS देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या और लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था. इस मामले में गाजीपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. मंगलवार को मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. घटना का खुलासा करने के लिए छह पुलिस टीम लगाई गईं थीं. CCTV और DVR की मदद से इसका खुलासा हुआ. आरोपियों के पास से लूट के एक करोड़ रुपए के जेवरात बरामद हुए हैं.

JTCP क्राइम आकाश कुलहरि ने बताया कि आरोपी अखिलेश की निशानदेही पर कुकरैल नाले के पास से झाड़ियों में रखे बैग को निकाला गया. अखिलेश ने बताया कि इसमें DVR और कैश है. जब पुलिसवालों ने चेन खोलकर DVR दिखाने के लिए बोला तो अखिलेश ने बैग का चेन खोला और अचानक अवैध तमंचा निकालकर पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाबी फायरिंग में अखिलेश के पैर में गोली लग गई. इस फायरिंग में गाजीपुर थाने का एक हेड कॉन्स्टेबल भी घायल हो गया. हेड कॉन्स्टेबल और आरोपी अखिलेश को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है.

4 महीने से वारदात की प्लानिंग कर रहे थे

पूर्व IAS देवेंद्र दुबे के घर में रखे गहने और पैसे को लूटने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया था. ड्राइवर अखिलेश और रवि यादव सगे भाई हैं. ये दोनों 14 साल से देवेंद्र के यहां ड्राइवर थे. अखिलेश ने भाई रवि और साथी रंजीत के साथ मिलकर लूट और हत्या की प्लानिंग बनाई थी. ये लोग करीब चार महीनों से वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहे थे. वारदात के दिन जब ये लोग लूटपाट कर रहे थे, तभी पूर्व IAS की पत्नी मोहिनी दुबे ने देख लिया था और पकड़े जाने के डर से इन्होंने उनकी हत्या कर दी थी.

आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि मेडिकल और शादी का लोन होने के कारण इन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया और तीसरे दोस्त यानी रंजीत को एक तिहाई हिस्सा देने की बात की थी. घटना में अन्य लोगों के शामिल होने पर जांच की जा रही है. पूरी घटना को अंजाम देने के लिए शनिवार का दिन इसलिए चुना, क्योंकि उस दिन घर की नौकरानी छुट्टी पर गई हुई थी.

किसी के बहकावे में तो नहीं आ गए दोनों ड्राइवर?

हालांकि ये तो पुलिस की थ्योरी है, जो अभी तक की जांच और कार्रवाई में पता चली है. क्या इस हत्याकांड के पीछे किसी और का हाथ है. ऐसे सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि देवेंद्र दुबे के घर संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था. कुछ दिनों पहले ही देवेंद्र ने अपना गोमती नगर स्थित घर बेचा था, जिसके लिए उन्हें 90 लाख रुपए मिले थे. वो सारे पैसे पत्नी मोहिनी दुबे के पास ही थे. इन्हीं पैसों को लेकर बच्चों संग विवाद चल रहा था. पुलिस पैसों के विवाद वाले एंगल पर जांच कर रही है. पुलिस को शक है कि 14 साल से एक ही घर में ड्राइवरी कर रहे अखिलेश और रवि किसी के बहकावे में तो नहीं आ गए.

नौ किलोमीटर के दायरे में 12 जगह दिखे थे हत्यारे

जांच के दौरान शहर में लगे CCTV कैमरों की मदद से इस हत्याकांड के खुलासे के करीब पुलिस पहुंची थी. इंदिरा नगर के आसपास लगे CCTV कैमरों को खंगालने पर पुलिस को दो स्कूटी सवार यवकों पर शक हुआ था, लेकिन युवकों के हेलमेट लगाने की वजह से उनकी पहचान कर पाना मुश्किल हो रहा था. पुलिस की टीमें लगातार इंदिरा नगर से कैंट चौराहे तक लगे CCTV कैमरों पर अपनी नजर बनाए हुए थीं. आखिर में कैंट के पास एक तस्वीर सामने आई, जहां कुछ क्षण के लिए स्कूटी पर पीछे बैठे युवक ने हेलमेट उतार दिया था. वहीं से हत्या में शामिल युवक को पहचानने में आसानी हुई.

रिटायर्ड IAS देवेंद्र दुबे ने की थी हत्यारों की पहचान

पुलिस ने CCTV फुटेज में दिख रहे बदमाशों की पहचान के लिए रिटायर्ड IAS देवेंद्र दुबे को बुलाया था. तब रिटायर्ड IAS ने बदमाश की पहचान अपने किसी परिचित के रूप में की थी. अब ये परिचित अखिलेश ही था, ये शक गहराता ही जा रहा था. चूंकि अखिलेश घर का ड्राइवर था तो उसको देखते ही मोहिनी दुबे ने दरवाजा खोल दिया. इसके बाद अखिलेश अपने भाई रवि और साथी रंजीत के साथ घर के अंदर घुसा और वारदात को अंजाम दिया.

वारदात के बाद स्कूटी से फरार हुए थे हत्यारे

देवेंद्र के घर पर कैमरे लगे हुए थे, लेकिन हत्यारे काफी शातिर थे. उन्होंने घटना के बाद DVR उखाड़ दिया था. फिलहाल तीनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं. मुख्य आरोपी मुठभे़ड़ में घायल होने की वजह से अस्पताल में भर्ती है. पुलिस अन्य दोनों आरोपी रवि और रंजीत से पूछताछ कर रही है. साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वारदात का प्लान केवल अखिलेश का था या देवेंद्र के घर का भी कोई मिला हुआ था.

देवेंद्र की दूसरी पत्नी थीं मोहिनी

रिटायर्ड IAS देवेंद्र दुबे की पहली पत्नी मीना थीं. मीना की मौत 2004 में हो गई थी. मीना से दो बेटे थे. देवेंद्र ने 2007 में मोहिनी से दूसरी शादी की थी. मोहिनी के कोई बच्चे नहीं हैं. देवेंद्र की पहली पत्नी मीना का एक बेटा इस समय नोएडा में जॉब करता है, जबकि दूसरा बेटा लखनऊ में ही रहता है. हालांकि वह देवेंद्र और मोहिनी के साथ नहीं रहता था. अब मोहिनी की हत्या के बाद वह देवेंद्र के पास रहने आ गया है.

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