Akhilesh yadav bsp mp ritesh pandey bjp joining rajya sabha election loksabha election stwv | बसपा से ज्यादा सपा के लिए झटका है रितेश पांडेय का BJP में जाना!


अखिलेश यादव और सांसद रितेश पांडेय
अंबेडकरनगर से बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के सांसद रितेश पांडेय ने पाला बदल लिया है. रितेश ने अब भगवा पताका पहनकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्यता ले ली है. रितेश पांडेय का बीएसपी को अलविदा कहना मायावती से ज्यादा अखिलेश यादव के लिए झटका माना जा रहा है. वह भी दोहरा झटका, क्योंकि रितेश पांडेय के पिता सपा से विधायक हैं और माना जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव में वह सपा प्रत्याशी की जगह बीजेपी को वोट दे सकते हैं.
जिस वक्त अखिलेश यादव राज्यसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं और एक-एक विधायक को सहेज रहे हैं, उसी वक्त उनके एक विधायक का साथ छोड़ना तय माना जा रहा है. यह विधायक हैं निवर्तमान बसपा सांसद रितेश पांडेय के पिता राकेश पांडेय. जलालपुर से सपा के टिकट पर चुनाव जीते राकेश पांडेय ने 2022 में सपा ज्वॉइन किया था. सपा ने राज्यसभा चुनाव में तीन प्रत्याशी उतारे हैं, जिन्हें जीताने के लिए 111 वोट चाहिए. सपा के पास अभी 108 विधायक हैं.
सपा को एक और वोट का करना होगा जुगाड़
सपा के 2 विधायक जेल हैं. फिलहाल दोनों वोट नहीं कर सकते हैं. ऐसे में सपा का आंकड़ा 106 हो जाता है. अगर कांग्रेस के दो विधायकों का समर्थन मिलता है तो भी आंकड़ा 108 हो रहा है. यानी अभी तीन वोटों की जरुरत थी. अखिलेश यादव इन तीन वोटों का जुगाड़ करने में जुटे थे कि बसपा सांसद रितेश पांडेय ने पाला बदलकर झटका दे दिया. अब माना जा रहा है कि उनके पिता यानी सपा विधायक राकेश पांडेय भी बीजेपी को वोट कर सकते हैं.
सपा के लिए दोहरा झटका है रितेश पांडेय का जाना
यानी बसपा सांसद रितेश पांडेय ने बीजेपी की सदस्यता लेकर सपा को राज्यसभा चुनाव में फंसा दिया है. बात सिर्फ राज्यसभा चुनाव की भी नहीं है. सपा को अब लोकसभा चुनाव और 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भी झटका लगा है, क्योंकि रितेश पांडेय का परिवार अंबेडकर नगर का सबसे अधिक सियासी रसूख रखने वाला परिवार है. 2022 में जब राकेश पांडेय ने सपा की सदस्यता ली थी, तब अखिलेश यादव को इसका सियासी फायदा हुआ था.
इस बार लालजी वर्मा vs रितेश पांडेय हो सकता है चुनाव
राकेश पांडेय के सपा में आने का फायदा भी ऐसा हुआ था कि सपा जिले की सभी पांचों सीट पर जीत गई थी, जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा का जिले में खाता तक नहीं खुला था. इस बार सपा ने अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से लालजी वर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है. यह सीट दलित, मुस्लिम, कुर्मी और ब्राह्मण बहुल मानी जाती है. अब बीजेपी की ओर से रितेश पांडेय मैदान में आ सकते हैं. अगर रितेश को बीजेपी से टिकट मिलता है तो लड़ाई रोचक हो सकती है.