मुस्लिम युवक ने शादी में बुलाया भगवान गणेश को…इन 5 देवताओं को भी निमंत्रण, वायरल हो रहा वेडिंग कार्ड | Bahraich wedding card of Muslim youth invitation to Ganesh auspicious marriage written instead of Nikah invitation


सोशल मीडिया में वायरल हो रहा शादी का कार्ड
उत्तर प्रदेश के बहराइच में एक मुस्लिम युवक की शादी का कार्ड सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. इस कार्ड के वायरल होने की बड़ी वजह भी है. दरअसल किसी मुस्लिम परिवार की शादी का शायद यह पहला कार्ड है, जिसमें प्रथम निमंत्रण भगवान गणेश को दिया गया है. वहीं इस विवाह में साक्षी बनाने के लिए पंच प्रकृति का भी आह्वान किया गया है. इसमें मुस्लिम परंपरा से हट कर हिंदू रीति रिवाजों से शादी की बात कही गई है. युवक ने अपनी शादी का कार्ड अपने समाज के लोगों व रिश्तेदारों को तो दिया ही है, हिंदू धर्म से जुड़े लोगों को भी दिया है.
अब यह कार्ड सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. मामला बहराइच के कैसरगंज का है. यहां सफीपुर गांव में रहने वाले अजहुल कमर के बेटे समीर अहमद की शादी 29 फरवरी को होने वाली है. शादी को अभी एक सप्ताह बाकी हैं, लेकिन इस शादी का कार्ड अभी से वायरल हो रहा है. हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक छपे इस कार्ड की शुरुआत श्री गणेशाय नमः से हुई है. हिन्दी भाषा में छपे इस कार्ड का समापन विनीत और दर्शनाभिलाषी के साथ किया गया है.
हिंदुओं के लिए हिन्दी में छपा कार्ड
इस पर प्रीतिभोज से लेकर शुभ विवाह और दूल्हे के लिए चिरंजीवी एवं दुल्हन के लिए आयुष्मती कुमारी शब्द लिखे गए हैं. आमतौर पर इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल हिंदुओं के शादी वाले कार्ड में होता है. समीर की शादी जरवल रोड निवासी जुमेराती की बेटी सानिया खातून के साथ तय किया है. कायदे से मुस्लिम समाज के वैवाहिक कार्ड पर शादी की जगह निकाह या अंग्रेजी शब्द वेड्स का इस्तेमाल होता है, लेकिन यहां शुभ विवाह शब्द का इस्तेमाल किया गया है.
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अपने समाज को भेजा उर्दू में छपा कार्ड
पत्रकारों ने इस कार्ड के संबंध में समीर के पिता उजहुल से पूछा तो उन्होंने बताया कि इस शादी में आमंत्रण ज्यादातर हिंदू भाइयों को भेजा जाना है. इसलिए उन्होंने हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक ही निमंत्रण कार्ड छपवाया है. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने समाज के लोगों और रिश्तेदारों के लिए उर्दू में कार्ड छपवाया गया है. उन्होंने बताया कि कार्ड ही नहीं, इस शादी में काफी कुछ अलग होगा. इसमें हिंदू भाइयों के लिए भोज का कार्यक्रम शादी से एक दिन पहले ही रखा गया है.