लाइफस्टाइल

Woman Thought Her Stomach Pain Was Stress Induced Doctors Gave Her 24 Hours To Live | पेट दर्द समझकर हॉस्पिटल पहुंचीं महिला, डॉक्टर ने कहा

आपको पता चले कि जिंदा रहने के लिए आपके पास सिर्फ 24 घंटे बचे हैं. कोई भी यह बात सुनकर अवाक हो जाएगा. कुछ पल के लिए उसके आंख के आगे अंधेरा छा जाएगा कि वह करे तो करे क्या? दुनिया के किसी भी व्यक्ति के लिए ऐसे शब्द बहुत ही ज्यादा डरावने हैं. ऐसा ही कुछ 33 साल की एक महिला के साथ हुआ. महिला को कुछ दिनों से पेट में दर्द था. वह इसलिए इग्नोर कर रही थी कि नॉर्मल दर्द है अपने आप ठीक हो जाएगा. लेकिन जब वह हॉस्पिटल पहुंचती है तो डॉक्टर उसे कहते हैं कि आपके पास सिर्फ 24 घंटे बचे हैं. अगली सुबह आप देख पाएंगी यह कहना मुश्किल है.

33 साल की विक्टोरिया डैनसन

न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक चोर्ले, लंकाशायर की रहने वाली 33 साल की विक्टोरिया डैनसन को अचानक से जब उन्हें पता चला कि उनके आंत में एक गंभीर बीमारी है. जिसे IBD के नाम से जाना जाता है. तो वह अवाक रह गईं. दरअसल, कुछ दिनों से महिला को पेट में दर्द और अनपच की शिकायत थी.  जब पेट दर्द का इलाज कराने के लिए वह हॉस्पिटल पहुंची जहां पर उन्हें इस बीमारी को लेकर हैरान कर देने वाली बात पता चली. कुछ दिनों से विक्टोरिया डैनसन को पेट में अजीब सा दर्द और थकान महसूस हो रही थी. वह दो जगह नौकरी करती थीं. उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा कि इस बीमारी का शिकार होने का कारण मेरी नौकरी और मेरे वर्किंग आवर हैं. 

 विक्टोरिया डैनसन आगे कहती हैं कि हालांकि समय के साथ मेरा दर्द तेज होता जा रहा था. जिसकी वजह से मैं हॉस्पिटल इलाज के लिए पहुंची. NeedToKnow.co.uk को उन्होंने बताया कि मेरे पास वास्तव में यह समझने का भी समय नहीं था कि क्या हो रहा था. मुझे बस इतना पता था कि मैं बहुत दर्द में हूं और मुझे कैसे भी करके इस दर्द से छुटकारा चाहिए. जिसके लिए मैं कुछ भी कर सकती थी. डॉक्टरों ने उसे आंत सिंड्रोम बीमारी (IBS) के बारे में बताया. लेकिन विक्टोरिया डैनसन को संदेह हुआ कि यह कुछ अधिक गंभीर है. एक साल तक लगातार डॉक्टर के पास जाने और लगातार दर्द सहने के बाद विक्टोरिया को अपनी कोलोनोस्कोपी बीमारी का पता चला. जिसे क्रोहन रोग कहा जाता है. इसी वजह से उनके पेट में तेज दर्द था. 

क्रोहन रोग क्या है?

कोलन आंत और पेट से जुड़ी एक गंभीर और सूजन वाली आंत की बीमारी है जो गैस और मल संबंधी मार्ग को प्रभावित करती है. जिससे गंभीर दस्त, पेट दर्द, थकान और वजन कम होना जैसे लक्षण होते हैं. यह अलग-अलग व्यक्तियों में पाचन तंत्र के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित कर सकता है. आमतौर पर छोटी आंत को यह प्रभावित करता है.

यह बीमारी जेनेटिक भी हो सकती है

इस तरह की बीमारी जेनेटिक भी हो सकती है. विक्टोरिया कैसे भी चाह रही थी कि उन्हें इस इस दर्द से किसी भी तरह से छुटकारा मिल जाए. उसकी हालत तब और खराब हो गई जब उनके आंत के अंदर एक फोड़ा हो गया, जिससे खतरनाक सेप्सिस कहते हैं. अस्पताल में, उसे जीने के लिए 24 घंटे का गंभीर डेडलाइन दिया. जिसमें कहा गया कि इस दौरान एक सर्जरी के जरिए इस फोड़े को हटाया जाएगा.  अगर यह सर्जरी सक्सेसफुल हो जाएगा तभी कुछ कहा जा सकता है. 

डॉक्टरों ने ऑपरेशन के दौरान उसकी आंत का 18 इंच हिस्सा हटा दिया. जिसके कारण उसे एक इलियोस्टॉमी बैग लगा दिया गया. जिसमें शरीर का वेस्ट जमा होगा. सर्जरी के बाद विक्टोरिया अपनी लाइफस्टाइल को लेकर सजग हो गई हैं. उन्होंने अपने डाइट में भी कई तरह के बदलाव किए हैं. साथ ही अब वह ज्यादा से ज्यादा फाइबर खा रही हैं. कैफीन से परहेज कर रही हैं और ग्रीन टी पीती हैं. 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

ये भी पढ़ें: बार-बार मीठा खाने का करता है मन, तो आंत से जुड़ी यह गंभीर बीमारी दे चुकी है दस्तक

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button