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लोकसभा चुनाव से पहले BSP में भगदड़ की आहट, क्या दानिश अली से माया का हो गया मोहभंग, ये हैं संकेत | BSP supremo Mayawati meeting party Lok Sabha MP Danish Ali

लोकसभा चुनाव से पहले BSP में भगदड़ की आहट, क्या दानिश अली से माया का हो गया मोहभंग, ये हैं संकेत

बसपा सुप्रीमो मायावती और पार्टी से सांसद दानिश अली

मायावती ने रविवार 1 अक्टूबर को यूपी और उत्तराखंड के बीएसपी नेताओं की बैठक बुलाई है. इस मीटिंग में पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर से लेकर बीएसपी के जिला अध्यक्षों तक को बुलाया गया है, लेकिन दानिश अली को दरकिनार कर दिया गया है. पार्टी सुप्रीमो मायावती पहले ही अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं. एमपी के विधानसभा चुनाव के लिए अब तक वे 16 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी हैं.

तो सवाल ये उठता है कि कल होने वाली बैठक में मायावती किस फैसले का ऐलान कर सकती हैं. जितने मुंह, उतनी ही बातें. पार्टी के किसी भी नेता को कुछ नहीं पता है. सब यही कह रहे हैं कि बहन जी क्या करेंगी ये तो वही जानें. दूसरी ओर यूपी की सियासत में इस बात की भी सुगबुगाहत है कि बीएसपी के 9 सांसदों में से 8 पार्टी से बाहर जाने की फिराक में हैं.

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मायावती और उनकी पार्टी बीएसपी मुश्किल दौर से गुजर रही है. यूपी का पिछला विधानसभा चुनाव वो बुरी तरह हार चुकी हैं. शरद पवार, लालू यादव से लेकर अखिलेश यादव तक उन पर बीजेपी की बी टीम होने का आरोप लगा रहे हैं. बीएसपी के कई सांसद दूसरी पार्टी में जाने की तैयारी में हैं. अगले लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता के रूप में इंडिया गठबंधन बन चुका है. मायावती की पार्टी बीएसपी इस गठबंधन से अब तक बाहर है. तो क्या वे इस फैसले पर अड़ी रहेंगी ! या फिर आगे जाकर वे अपना फैसला बदल सकती हैं.

पिछली मीटिंग में भतीजे आकाश आनंद के कंधे पर रखा था हाथ

पिछले ही महीने 23 अगस्त को मायावती ने बारी-बारी से यूपी और उत्तराखंड के बीएसपी नेताओं की मीटिंग बुलाई थी. जिसमें उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को जयपुर से बुलाया था. आकाश उन दिनों राजस्थान में रोड शो कर रहे थे. तब मायावती ने भतीजे आकाश के कंधे पर हाथ रख कर आशीर्वाद दिया था. इसी बैठक में मायावती ने एक साथ इंडिया गठबंधन और बीजेपी के खिलाफ बातें कही थीं. इस दौरान मायावती की पार्टी ने संसद में महिला आरक्षण का समर्थन किया पर उन्होंने पिछड़ों के लिए आरक्षण की मांग की. मायावती के लिए सबसे बड़ी चिंता पार्टी और अपने बेस वोट बैंक को बचाने की है.

इमरान अब राहुल गांधी का गुणगान कर रहे

जिस इमरान मसूद को बड़े मान सम्मान के साथ मायावती बीएसपी में लेकर आई थीं, वे इमरान अब पार्टी से बाहर हैं. पश्चिमी यूपी के बड़े मुस्लिम नेता इमरान अब राहुल गांधी का गुणगान कर रहे हैं. बीएसपी सांसद दानिश अली का मामला तो सबके सामने है. संसद में बीजेपी सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दानिश के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कही थी. उसके बाद राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई नेताओं ने दानिश के घर जाकर उनसे मुलाकात की और उनका समर्थन किया.

नौ में से 8 सांसद दे सकते हैं झटका

समर्थन तो मायावती ने भी किया, लेकिन बीएसपी का कोई सांसद उनसे मिलने नहीं गया. पहले मायावती ने दानिश अली को मिलने के लिए लखनऊ बुलाया था पर बाद में ये मीटिंग कैंसिल कर दी गई. इस बार भी मायावती ने उन्हें बैठक मैं नहीं बुलाया गया है. बीएसपी के 9 लोकसभा सांसद हैं. बताया जाता है कि गिरीश चंद्र जाटव को छोड़ कर बीएसपी के बाकी आठ सांसद बाहर जाने की योजना पर काम कर रहे हैं.

मायावती फॉर्म में होतीं तो अब तक बाहर होते दानिश

दानिश अली कभी नीतीश कुमार से मिलते हैं तो कभी कांग्रेसी नेताओं के साथ गलबहियां करते हैं. मायावती को ये सब पसंद नहीं हैं. अगर वे फॉर्म में होती तो अब तक उन्हें पार्टी से बाहर कर चुकी होती. धर्मवीर चौधरी को टीवी न्यूज चैनल पर जाने पर बीएसपी से बाहर कर दिया गया लेकिन पार्टी के बिजनौर से सांसद मलूक नागर आए दिन टीवी डिबेट पर नजर आते हैं लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है. रविवार को होने वाली बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर समीक्षा होगी.

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