बड़ा गजब है कानपुर! शहर में लगाया गया गोबर टैक्स, जानें किससे वसूली जाएगी मोटी रकम? | kanpur nagar nigam iit gobar tax chattas stopped cow dung-stwma


प्रतीकात्मक तस्वीर
कानपुर शहर में संचालित गाय भैंसों के चट्टा संचालकों से नगर निगम गोबर टैक्स वसूलेगा. यह फैसला शहर में चट्टा संचालकों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी को रोकने के लिए लिया गया है. नगर निगम की बैठक में चट्टा संचालकों से 100 क्विंटल पर 1200 रुपये टैक्स के रूप में निर्धारित किए हैं. चट्टा संचालकों के साथ हुई महापौर प्रमिला पांडे की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है. इसके लिए निगम के जोनल अधिकारी चट्टा संचालकों के गोबर एकत्रित का ब्यौरा तैयार करेंगे.
चट्टों से शहर में फैलती है गंदगी
शहर के वीआईपी इलाकों के साथ ही समीपवर्ती वाले ग्रामीण क्षेत्र में भारी मात्रा में गाय भैंसों के चट्टे मौजूद हैं. इन्हीं से शहर में रह रहे लोगों को दूध की सप्लाई की जाती है. गाय भैंसों के इन चट्टो से गंदगी फैलती है. इसके खिलाफ नगर निगम काफी समय से अभियान चला रहा था. सट्टा संचालकों के विरोध के चलते नगर निगम को पीछे हटना पड़ा था. विरोध में चट्टा संचालकों ने शहर में दूध की किल्लत होने की संभावना जताई थी. महापौर प्रमिला पांडे का कहना था कि चट्टा संचालक नगर निगम की नालियों, सीवर लाइनों में गोबर बहाते हैं, और कुछ इधर-उधर फेंकते हैं जिससे नगर में गंदगी होती है.
चिन्हित किए जाने लगे चट्टान
शहर में संचालित सभी चट्टानों को चिन्हित कर उन पर बाकायदा गोबर टैक्स लगाने की कार्रवाई शुरू की जाने लगी है. नगर निगम ने इसके लिए जोनल अधिकारियों को निर्दश दे दिए हैं. साथ ही चट्टा संचालकों को चेतावनी दी गई है कि यह व्यवस्था 6 महीने के लिए लागू की जा रही है. इस दौरान यदि चट्टे के आसपास गोबर मिला या सीवर लाइनों में गोबर बहते हुए चट्टा संचालक पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
कानपुर IIT से मांगा तकनीनी सहयोग
शहर में चट्टों से फैलने वाली गंदगी नालियों में न इसके लिए कानपुर नगर निगम ने कानपुर आईआईटी से तकनीकी सहयोग मांगा है. महापौर प्रमिला पांडे ने बताया कि चट्टन से गोबर नालियों में न जाए, इसके लिए वह कानपुर आईआईटी से तकनीकी सहयोग के लिए गुजारिश करेंगी. इस संबंध में आईआईटी कानपुर के साथ 18 व 19 नवंबर को उनकी एक बैठक होने वाली है.