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पाकिस्तान के नापाक इरादे आए सामने! कश्मीर में फैलाना चाहता है आतंक, TTP के पूर्व प्रवक्ता ने किया खुलासा


<p style="text-align: justify;"><strong>Pakistan News: </strong>पाकिस्तान में आए दिन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) आतंकवादी हमलों को अंजाम देता रहता है. इसी बीच TTP के एक प्रवक्ता ने पाकिस्तान को को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं. &nbsp;संडे गार्डियन के एक लेख में TTP के पूर्व प्रवक्ता एहसानुल्लाह एहसान ने कहा है कि पाकिस्तान ने एक बार फिर से अपनी नीति में खतरनाक तरह से बदलाव किया है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">उन्होंने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के बीच रिश्ते बेहतर होने के बाद पाकिस्तान काफी ज्यादा हताश है. उन्होंने दावा किया है कि पाकिस्तान ने एक बार फिर से लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद को कश्मीर में फिर से जिहाद शुरू करने के लिए कहा है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>पाकिस्तान का प्लान हुआ फेल&nbsp;</strong></p>
<p style="text-align: justify;">उन्होंने कहा कि कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए पाकिस्तान &nbsp;अफगानिस्तान के ISIS से मदद लेना चाहता था, लेकिन उसकी ये प्लानिंग भी फेल हो गई है. इस वजह से पाकिस्तान काफी ज्यादा निराश है. जिसकी वजह से पाकिस्तान एक बार फिर से अपनी पुरानी स्ट्रैटजी पर ही वापस आ गया है.&nbsp;</p>
<p style="text-align: justify;">द संडे गार्डियन में लिखें अपने लेख में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से अफगानिस्तान में अपना प्रभाव बनाए रखने की कोशिश कर रहा है. हालांकि अफगानिस्तान ने तालिबान शासक एक स्वतंत्र विदेश नीति अपना ली है, इसकी कल्पना पाकिस्तान ने कभी नहीं की थी. तालिबान और भारत के बीच बेहतर संबंध की वजह से पाकिस्तान काफी ज्यादा परेशान है. वो इसे चिंता का विषय मान रहा है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>कश्मीर के लिए भी बदली रणनीति</strong></p>
<p style="text-align: justify;">टीटीपी के पूर्व प्रवक्ता ने कहा कि हाल के समय भारत और तालिबान के बीच कई बार बात हुई हिया. इस वजह से दोनों के बीच कूटनीतिक, रणनीतिक और कारोबारी संबंधों का विस्तार किया है. यह पाकिस्तान के लिए काफी बड़ा झटका है. पाकिस्तान को लग रहा है कि अफगानिस्तान में फिर से भारत का प्रभाव बढ़ रहा है. वहीं, नुच्छेद 370 खत्म होने के बाद कश्मीर में पाकिस्तान का प्रभाव काफी कम हो गया है. पाकिस्तान की सेना और ISI के ISIS से गहरे संबंध हैं और उसने कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों को फिर से एक्टिव होने के लिए कहा है. पाकिस्तान की रणनीति से काफी ज्यादा घातक परिणाम हो सकते हैं और कश्मीर में हिंसा फिर से बढ़ सकती है.&nbsp;</p>

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