पहले चला बुलडोजर, फिर गुंडा एक्ट में गिरफ्तार हुआ मुख्तार का करीबी रेयाज | Ghaziabad Mukhtar Karbi Reyaz arrested Madrasa fake appointment, land grabbing goonda act stwar


पुलिस गिरफ्त में रेयाज और उसकी पत्नी
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यूपी के गाजियाबाद के कासिमाबाद कोतवाली पुलिस ने बहादुरगंज नगर पंचायत के अध्यक्ष रेयाज अंसारी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने रेयाज अंसारी की पत्नी निकहत परवीन को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने रेयाज अंसारी के दो साथी कमाल अहमद और एहतेशाम को भी गिरफ्तार किया है. गैंगस्टर एक्ट के तहत इन सभी के खिलाफ ये कार्रवाई की गई है. इन सभी पर कई लोगों की जमीन कब्जा करने का आरोप है. रेयाज अंसारी माफिया मुख्तार अंसारी का करीबी है. रेयाज अंसारी और उसकी पत्नी निकहत फर्जी नियुक्ति मामले में भी आरोपी हैं और अभी जमानत पर बाहर हैं.
रियाज अंसारी माफिया मुख्तार अंसारी के करीबियों में शुमार हैं और नगर पंचायत बहादुरगंज के समाजवादी पार्टी से पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष भी रहा है. पिछले दिनों उनकी पत्नी निकहत परवीन जो मदरसा में फर्जी तरीके से टीचर नियुक्ति हुई थी. इस मामले का जब खुलासा हुआ तब रियाज अंसारी लगातार अपने अन्य साथियों के साथ फरार चल रहे था. पिछले दिनों हाई कोर्ट से जमानत लेने के बाद बहादुरगंज में वापस आया था और इस दरमियान इनके खिलाफ दो अन्य मामले भी दर्ज हुए थे. जिसमें जमीन कब्जाने समेत गैंगस्टर एक्ट के मामले दर्ज हैं. पुलिस ने रियाज अंसारी और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
परवीन भी नगर पंचायत अध्यक्ष भी रही हैं
रियाज अंसारी की पत्नी निकहत परवीन बहादुरगंज नगर पंचायत अध्यक्ष भी रही हैं.इससे पहले वह और बहादुरगंज में स्थित एक मदरसे में सहायक अध्यापिका के पद पर कई सालों से तैनात रही. इसके बाद उनके इसी तैनाती को लेकर मोहम्मद फैजान खान की तरफ से उनके सर्टिफिकेट में गड़बड़ी कर नियुक्ति हासिल करने का आरोप लगाया गया था. इस मामले में लगातार जांच हुई जांच के बाद यह मामला सामने आया कि गलत प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी हासिल किया था. जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई और उनकी गिरफ्तारी के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष जो इस मामले में 120 बी के मुलाजिम थे. लगातार वह फरार चल रहे थे उनके फरारी के दौरान ही रियाज अंसारी के कैंप कार्यालय पर प्रशासन के द्वारा बुलडोजर चलाने का भी काम किया गया था.
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क्या कहती है गाजियाबाद पुलिस
पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि फर्जी नियुक्ति के मामले में आरोपी थे. जिस मामले में फरार चल रहे थे और उनके फरारी के दौरान ही इन पर जमीन कब्जा करने का भी कई मामले दर्ज किए गए थे. इसी को लेकर उन सभी अपराधों में जो लोग भी लिप्त रहे हैं उन सभी के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है और इसी मामले में इस गैंग के चार लोगों को विधि कार्रवाई के बाद जेल भेजा गया है.