ढाई हजार लोग मरने के बाद भी ले रहे थे फ्री राशन, अमेठी में ऐसी कैसी सरकारी व्यवस्था? | 2.5 thousand people taking ration after dying garib kalyan yojana Amethi UP stwn


राशन की दुकान (फाइल)
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में गरीब कल्याण योजना का लाभ करीब ढाई हजार मुर्दे भी उठा रहे हैं. दरअसल पात्र और अपात्र लोगों की नई लिस्ट बनाई गई है इसमें कई बड़े खुलासे हुए हैं. प्रति यूनिट यानी प्रति व्यक्ति के हिसाब से चलने वाली फ्री राशन की इस योजना का लाभ मरने के बाद भी उन लोगों के परिवार को दिया जा रहा है. वहीं कई लोग इस लिस्ट में ऐसे भी शामिल हैं जिनके पास तय जमीन से ज्यादा है इसके बाद भी इस योजना से लाभ ले रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक शासन ने गरीब कल्याण योजना के हितग्राहियों के पात्रों की लिस्ट पूर्ति विभाग को भेजी है. जिसमें यह बड़ा खुलासा हुआ है. इस लिस्ट के सामने आने के बाद पूरे सरकारी महकमे में हड़कंप मचा हुआ हुआ है. सभी के पास सिर्फ ये ही सवाल हे कि आखिर ऐसा कैसे हो गया. नई लिस्ट के मुताबिक पूर्ति विभाग की ओर से 2440 ऐसे लोगों का राशन भी जा रहा है जो कि अब जिंदा नहीं हैं. वहीं 8911 ऐसे लोग हैं जिनके पास 2 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन है इसके बाद भी इस योजना का लाभ उठा रहे हैं.
हद तो तब हो गई जब पता चला कि 5220 ऐसे लाभार्थियों के नाम इस योजना में जुड़े हैं जिनके परिवार इनकम टैक्स भी फाइल करते हैं. इसके बाद भी वह मुफ्त राशन योजना का लाभार्थी बने हुए हैं. जानकारी के मुताबिक 756 कुल राशन की दुकानें जिले में चलाई जा रही हैं. जिनमें 345000 राशन कार्ड धारकों को राशन दिया जाता है. इनमें अंत्योदय कार्ड और पात्र गृहस्थी कार्ड धारको को मुफ्त में राशन दिया जाता है.
मुफ्त राशन के चक्कर में कई लोग इस योजना के तहत अपना नाम जुड़वाने की फिराक में रहते हैं. ऐसे में अब सरकार की ओर से केवाईसी की सुविधा लागू की गई है. इसी वजह से योजना में हो रहे अलग-अलग तरह के घपले पकड़ में आ रहे हैं. हाल ही में शासन द्वारा विभाग को पात्रों की एक लिस्ट भेजी गई है जिसमें यह बड़े खुलासे हुए हैं. वहीं डीएसओ नीलेश उत्पल ने कहा कि शासन की ओर से सूची प्राप्त हुई है. लिस्ट में कुछ लोग अपात्र हैं तो कुछ लोगों की मौत हो चुकी है. ऐसे में लिस्ट का सत्यापन कराया जा रहा है इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.