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जमीन के टुकड़े के लिए दुश्मन बने भाई-भतीजे, पहले नेत्रहीन बुजुर्ग को पीटा, फिर धड़ से अलग कर दिया सिर; मचा हड़कंप

जमीन के टुकड़े के लिए दुश्मन बने भाई-भतीजे, पहले नेत्रहीन बुजुर्ग को पीटा, फिर धड़ से अलग कर दिया सिर; मचा हड़कंप

पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार किया

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में जमीन विवाद को लेकर सगे भाई ने अपने अंधे भाई की बेरहमी से हत्या कर दी. इस दौरान उन्होंने अपने बेटों के साथ भाई का सिर धड़ से अलग कर मौत के घाट उतार दिया और फिर वह सभी लोग मौके से फरार हो गए. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. साथ ही आरोपी भाई को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया है. घटना के बाद ही पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है.

गाजीपुर के सदर कोतवाली के तहत आने वाले बुजुर्गा(कोठवा) गांव में रहने वाले नेत्रहीन राम नगीना यादव गांव की एक आटा चक्की के बरामदे में सोया करते थे. मंगलवार यानी 6 मई को भी बुजुर्ग आटा चक्की के बाहर टीन सेड के बरामदे में सोया हुआ थे. तभी उनके चीखने की आवाज आई और जब तक आटा चक्की मालिक और उनके परिवार के लोग बाहर आते तब तक हत्यारे ने नेत्रहीन बुजुर्ग की बेरहमी से सिर को धड़ से अलग कर दिया था.

बचपन में ही चली गई थी आंखों की रोशनी

घटना के बाद आरोपी फरार हो गए थे. इसके बाद चक्की मलिक पिंटू यादव ने उसी रात पुलिस को इस घटना की जानकारी दी. पुलिस भी तत्काल मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर आटा चक्की मालिक के तहरीर मामले की जांच पड़ताल में जुट गई. जानकारी के अनुसार दृष्टिहीन राम नगीना यादव की दोनों आंखों की रोशनी बचपन में ही चली गई थी. वह अपनी मां के साथ रहा करते थे, लेकिन 5 महीने पहले उनकी मां गुलाबी देवी की भी मौत हो गई थी.

चक्की मालिक ने दी थी बुजुर्ग को शरण

बड़े भाई वकील और उसके बेटों ने अंधे बुजुर्गों को लावारिस छोड़ दिया था. जिसके बाद नेत्रहीन बुजुर्ग राम नगीना को कोई सहारा नहीं मिला तो गांव के ही आटा चक्की मलिक पिंटू ने उन्हें अपनी चक्की में शरण दी. राम नगीना के भाइयों को ऐसा लगा की राम नगीना अपने हिस्से की जमीन पिंटू को रजिस्ट्री कर देगा. जिससे उनका पूरा खेल बिगड़ जाएगा. इसके बाद 6 मई की रात उन लोगों ने बुजुर्ग की गला रेत कर हत्या कर दी.

डेढ़ बीघा जमीन के लिए हत्या

बता दे की अंधे राम नगीना के हिस्से में करीब डेढ़ बीघा जमीन आ रहा थी. मां के साथ रहते हुए पारिवारिक स्थिति सही नहीं होने के कारण उसने करीब 10 बिस्वा जमीन को पहले ही बेच दिया था और शेष जमीन पर उसके भाई वकील और उसके बेटों ने अपनी नजर गड़ा रखी थी. उसके जिंदा रहते वह जमीन उन लोगों को नहीं मिल पाई, जिसके चलते उन लोगों ने इस तरह का घटना को अंजाम दिया.

आरोपी अरेस्ट

क्षेत्राधिकारी सदर ने बताया कि कोतवाली पुलिस को पहले दिन ही गांव में भाइयों से जमीनी विवाद का मामला पता चला था और पुलिस भी इस एंगल पर लगातार अपना सर्च अभियान चला रही थी और वकील यादव कहीं भागने की फिराक में था कि पुलिस ने बुजुर्ग गांव के पास से ही उसे गिरफ्तार कर लिया और उसने पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया उसने जमीन के विवाद में अपने बेटों के साथ मिलकर अपने भाई की हत्या की घटना को अंजाम दिया था.



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