खूंटे में बांधकर रखें जानवर, सड़क पर मिले तो नहीं होगी रिहाई… कानपुर नगर निगम का फरमान | Kanpur Nagar Nigam order animals tied in home found on road not released


सड़कों पर बैठे आवारा जानवर
कानपुर शहर के लोग सड़कों पर घूम रहे आवारा जानवरों से खाशा परेशान हैं. आवारा जानवरों पर अंकुश लगा पाने में कानपुर नगर निगम पूरी तरह से फेल रही है. वहीं, अब कानपुर नगर निगम ने एक और फरमान जारी किया है. नगर निगम का कहना है कि सड़कों पर घूमते छुट्टा जानवरों कि अब रिहाई नहीं हो सकेगी. उन्हें नगर निगम की गाड़ी द्वारा पकड़े जाने के बाद गौशालाओं में ही रखा जाएगा. जानवर मालिकों को नहीं दिया जाएगा.
इससे पहले छुट्टा जानवरों को पकड़े जाने पर उनके मालिक गौशालाओं से छुड़ा लेते थे. इसके बदले उन्हें कुछ रुपये वहां जमा करना पड़ता था. वहीं, अब कानपुर नगर निगम की मेयर प्रमिला पांडे ने स्पष्ट कह दिया कि सड़क पर घूमते मिले आवारा जानवरों को अब छोड़ा नहीं जाएगा.
कानपुर में लगा है गोबर टैक्स
इससे पहले कानपुर नगर निगम ने इसी तरीके से अवैध चट्टों के खिलाफ अभियान चलाया था. असफल होने पर गोबर टैक्स लगा दिया था. चट्टा संचालकों से मीटिंग के बाद यह निर्णय कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे ने ही लिया था. अब आवारा छुट्टा जानवरों को लेकर जारी आदेश के बाद यह स्पष्ट होता है कि कानपुर नगर निगम अपनी असफलताओं को छुपाने के लिए इस तरीके के दांवपेच इस्तेमाल कर रही है.
दूध निकालने के बाद गायों को छोड़ देते हैं सड़क पर
कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे का कहना है कि उनके इस आदेश के बाद से आवारा जानवर सड़क पर कम दिखाई देंगे. अक्सर दुधारू गायों के जानवर मालिक उन्हें दूध निकालने के बाद सड़कों पर छोड़ देते हैं. इससे सड़क चलते वाहनों से हादसे और घटनाएं होती हैं. शहर में लगभग 5000 से ज्यादा छूटा जानवक हैं, जो घनी आबादी से लेकर 9 विकसित क्षेत्रों में घूमते हैं.
एक्शन में आया प्रशासन
बता दें कि कानपुर में 2 दिन पहले बिराहाना रोड पर गाय के टकराने से अधेड़ व्यक्ति की मौत हो गई थी, फिलहाल कानपुर नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आरके निरंजन ने मेयर के निर्देश को अमल पर ले लिया है. उन्होंने तत्काल प्रभाव से घंटाघर, स्वरूप नगर, आर्य नगर, बिरहाना रोड से 40 गायों और 5 सांडों को पकड़ किशनपुर स्थित कान्हा गौशाला में भेज दिया है.