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एक ‘PCO’ जिसने अनुज कनौजिया को बना दिया डॉन, इसी पर गर्लफ्रेंड रीना से करता था बात; कहानी भी फिल्मों जैसी

एक 'PCO' जिसने अनुज कनौजिया को बना दिया डॉन, इसी पर गर्लफ्रेंड रीना से करता था बात; कहानी भी फिल्मों जैसी

शूटर अनुज कनौजिया

मुख्तार अंसारी गैंग का शूटर और ढाई लाख के इनामी बदमाश अनुज कनौजिया को जमशेदपुर में यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में मार गिराया है. अगर अनुज कनौजिया पुराने इतिहास की बात करें तो उसने गाजीपुर के दुल्लहपुर बाजार में एक मेडिकल स्टोर संचालक को गोली सिर्फ इसलिए गोली मार दी थी क्योंकि उसने प्रेमिका को पीसीओ से बात कराने की जगह अपने मोबाइल से बात करवा दी थी. यह बात अनुज को नागवार गुजरी और फिर उसने इस मोबाइल नंबर पर पीसीओ संचालक को धमकी दिया और 2 से 3 दिनों के बाद पीसीओ पर पहुंच कर उसे गोली मार दी.

मऊ जिले के चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव का रहने वाला अनुज कनौजिया जो मुख्तार अंसारी का काफी करीबी और शूटर बताया जाता है. रविवार के दिन जमशेदपुर में एसटीएफ के हाथों एनकाउंटर में मारा गया और जैसे ही उसके मारे जाने की खबर गाजीपुर और मऊ जनपद तक पहुंची बहुत सारे लोगों ने काफी राहत की सांस ली. उसकी दहशत से पूर्वांचल के कई लोग पूरी तरह से खौफजदा रहा करते थे.

अनुज की रडार पर रहते थे डॉक्टर

खासकर स्वास्थ्य महकमें से जुड़े कई डॉक्टर और अधिकारी अनुज के रडार पर रहा करते थे. जिनसे वह वसूली भी किया करता था. कुछ ऐसा ही गाजीपुर जिले के दुल्लहपुर थाना क्षेत्र में भी रहा जब अनुज कनौजिया की पत्नी रीना राय उस समय दुल्लहपुर के ही एक पीसीओ पर आए दिन बात करने के लिए जाती थी और उसी दुकान के आसपास में अनुज कनौजिया भी आता-जाता था और इस बीच दोनों की प्रेम कहानी शुरू हो गई.

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पीसीओ संचालक के भाई की हत्या

इसी दौरान पीसीओ चलाने वाले मेडिकल स्टोर संचालक से किसी बात को लेकर रीना से कुछ बात हो गई और इसकी जानकारी अनुज कनौजिया को हुई. अनुज कनौजिया भी पीसीओ संचालक को फोन कर धमकी दिया और फिर अपने बताए हुए समय पर अनुज कनौजिया अपने साथियों के साथ उसके मेडिकल स्टोर पर धमक पड़ा. इसमें उसकी पत्नी रीना भी शामिल थी, लेकिन गलतफहमी की वजह से संजय की जगह उसके भाई मनोज वर्मा की हत्या कर दी गई थी.

मऊ में किया था सरेंडर

इसके बाद दुल्लहपुर बाजार में कई दिनों तक मामला काफी गर्म रहा और इस मामले में अनुज कनौजिया और उसकी प्रेमिका रीना समेत उसके अन्य साथियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रीन और उसके कुछ साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसके कुछ दिनों बाद ही अनुज कनौजिया मऊ में आत्मसमर्पण कर जेल चला गया था. वहीं, अनुज के जेल जाने के बाद दोनों की मुलाकात जेल में हुई और उसके बाद अनुज और रीन ने शादी कर ली.

भूमि विवाद में क्राइम की दुनिया में रखा कदम

ऐसा कहा जाता है कि अनुज कनौजिया के पूरे सिस्टम को रीना ने खुद संभाल लिया और साल 2023 में रंगदारी के मामले में रीना को झारखंड के रांची से पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इस दौरान उस पर गैंगस्टर जैसी संगीन धारा भी लगी थी. रीना और अनुज के दो बच्चे हैं. अनुज के अपराध की दुनिया में एंट्री के पीछे भूमि विवाद को बताया जाता है. उस वक्त अनुज के पिता हनुमान कनौजिया का पट्टीदार के घर के पास वाली जमीन को लेकर विवाद चल रहा था.

2004 में गुड्डा की हत्या

जिसमें अनुज के भाई मनोज और प्रमोद सिंह में विवाद चल रहा था. विवाद में विरोधियों ने भाई मनोज को मारपीट कर घायल कर पोखरी के किनारे फेंक दिया था. इसके बाद 1994 में दीपावली के एक या दो दिन बाद प्रमोद सिंह की हत्या अनुज के बड़े भाई मनोज ने कर दी थी और उसके बाद साल 2000 में मऊ पुलिस ने मुठभेड़ में मनोज को मार गिराया. भाई की मौत के बाद अनुज ने चाल साल बाद यानी 2004 में गुड्डा सिंह की हत्या कर दी और फिर उसके भतीजे को भी मार गिराया.

जेल में हुई मुख्तार अंसारी से मुलाकात

इसी हत्या के मामले में अनुज कनौजिया गाजीपुर जेल में बंद हुआ, जहां पर उसकी मुलाकात मुख्तार अंसारी से हुआ और फिर मुख्तार अंसारी की संरक्षण में उसके अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता गया.



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