राम मंदिर में नहीं ले जा सकेंगे मोबाइल, ट्रस्ट की बैठक में फैसला | Ayodhya Ram temple premises completely bans mobile phones


राम मंदिर
अयोध्या में राम मंदिर परिसर में मोबाइल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. शनिवार को राम मंदिर ट्रस्ट की बैठक में यह अहम फैसला लिया गया. मंदिर में आम जनमानस के मोबाइल ले जाने पर पहले से ही प्रतिबंध था, लेकिन अब वीआईपी और वीवीआईपी के मोबाइल ले जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.
आईजी और कमिश्नर के साथ राम मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी की बैठक में पूरी तरह से मोबाइल बैन करने पर फैसला लिया गया. ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है. सभी दर्शनार्थियों से अनुरोध करते हैं कि इस व्यवस्था का पालन करें और सहयोग करें ताकि किसी को कोई असुविधा न हो सके.
मोबाइल फोन रखने की पर्याप्त व्यवस्था
मिश्रा ने कहा कि राम मंदिर दर्शन करने पहुंचने वाले भक्तों के मोबाइल फोन को रखने की पर्याप्त व्यवस्था है. लोग अपने मोबाइल के साथ-साथ और भी कीमती सामानों को रख सकते हैं. ऐसे में लोग इन सुविधाओं का लाभ लें और मंदिर परिसर में बेहतर व्यवस्था कायम रखने में ट्रस्ट का सहयोग करें. भक्त लॉकर सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, उसमें मोबाइल के साथ-साथ खड़ी और अन्य कीमती सामानों को रख कर दर्शन कर सकते हैं.
कम से कम सामान लेकर चलने की अपील
ट्रस्ट की ओर भक्तों से अपील की गई है कि वो अपने साथ कम से कम सामान लेकर चलें. ज्यादा सामान लेकर चलेंगे तो फिर चेकिंग और स्कैनिंग में समय लगेगा और बाकियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में अगर आप होटल में ठहरे हैं तो कोशिश करें कि अधिकतर सामानों को वहीं रखकर मंदिर दर्शन करने पहुंचें.
22 जनवरी को हुई मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में नए बने राम मंदिर की इसी साल 22 जनवरी को पीएम मोदी के हाथों प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या में हर रोज भारी भीड़ दर्शन करने पहुंच रही है. प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक कई लाख लोग दर्शन कर चुके हैं. मंदिर के निर्माण का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है. मार्च में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा का बयान सामने आया था.
नृपेंद्र मिश्रा ने कहा था कि हमारी कोशिश है कि राम मंदिर निर्माण का काम 30 दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाए. फिलहाल लगभग 1,500 कर्मचारी कार्यरत हैं और तीन मंजिला मंदिर भवन की दो मंजिलों के निर्माण में तेजी लाने के लिए 3,500 से ज्यादा श्रमिकों को जल्द ही तैनात किया जाएगा.