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Organ Donation Brain Dead Person Roop Chandra Singh Donate His Organs And Save 5 Lives

Brain Dead Roop Chandra Singh: हम सभी कहीं न कहीं किसी तरह से दान करने का काम करते रहे हैं. सबसे बड़ा दान अंग दान कहा जाता है. वो इसलिए क्योंकि ऐसा करने से किसी अन्य व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें एक 59 साल के व्यक्ति ने अपने अंगों का दान करके 5 लोगों को जिंदगियां दी.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रूप चंद्र सिंह 30 अप्रैल को एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जिसके बाद उनको एम्स के ट्रॉमा सेंटर लाया गया. सिर में गंभीर चोट लगने की वजह से उन्हें एम्स में ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया. ऐसे में परिवार के पास अंग दान का विकल्प रखा जाता है और रूप चंद्र सिंह का परिवार उनके अंगदान के लिए राजी हो जाता है.

रूप चंद्र सिंह के बेटे ने क्या कहा?

मेरे पिता बेहद अच्छे इंसान थे. वे दयालु और हमेशा लोगों की मदद करने वाले थे. सड़क हादसे में उनकी जान चली गई, लेकिन मुझे गर्व है कि उनके अंगदान से कई लोगों का जीवन बचाया जा सकेगा. यह कहना है उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी रूपचंद्र (59 ) के बेटे नागेंद्र का.

              

क्या कहना है एम्स का?

एम्स के स्टाफ का कहना है कि शुरुआत में तो उन्हें इसके बारे में कुछ पता नहीं था. बाद में उन्हें ओरबीओ के लोगों से मिलवाया गया और इसके बारे में बताया गया तो वो राजी हो गए. मार्च के महीने में ही एक अन्य अंगदान करने वाले ने भी अपने परिवार के अनुभवों को साझा किया.

वहीं, एक वरिष्ठ चिकित्सक ने बताया कि रूपचंद्र सिंह के अंग राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रतिरोपण संगठन (एनओटीटीओ) के माध्यम से विभिन्न अस्पतालों को सौंपे गए. उनके हृदय को अपोलो अस्पताल, लिवर को एएचआरआर (आर्मी हॉस्पिटल रिसर्च एंड रेफेरल) अस्पताल और गुर्दों को – एम्स और आरएमएल (राम मनोहर लोहिया) अस्पतालों को सौंपा गया. चिकित्सक ने बताया कि उनके कॉर्निया को एम्स में राष्ट्रीय नेत्र बैंक में रखा गया है.

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