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ज्ञानवापी विवाद: व्यास तहखाने में पूजा से मस्जिद कमेटी नाराज, आज बनारस बंद का किया ऐलान | gyanvapi vyas tahkhana worship masjid committee called banaras bandh on 2nd february-stwma

ज्ञानवापी विवाद: व्यास तहखाने में पूजा से मस्जिद कमेटी नाराज, आज बनारस बंद का किया ऐलान

ज्ञानवापी मस्जिद

ज्ञानवापी मस्जिद में स्थित व्यासजी के तहखाने में वाराणसी जिला जज की अदालत के आदेश पर भोर से शुरू हुई पूजा से मुस्लिम समाज गुस्से में है. नाराज मुस्लिम समाज ने आज यानी शुक्रवार को बंद बुलाया है. शुक्रवार को जुमा की नमाज अदा की जाती है. इस दिन वाराणसी में मुस्लिम समाज के लोग अपनी-अपनी दुकानें और प्रतिष्ठान बंद रखेंगे.

बुधवार को वाराणसी जिला कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद के दक्षिणी हिस्से में स्थित व्यासजी के तहखाने में पूजा-पाठ का आदेश दिया था. कोर्ट ने 7 दिन के अंदर तहखाने में पूजा शुरू कराने का आदेश दिया था. आदेश के बाद बुधवार की रात करीब 2 बजे व्यासजी के तहखाने में पूजा शुरु कर दी गई थी. तहखाने के सामने की बेरिकेटिंग को भी हटा दिया गया. इस बात से मुस्लिम समाज के लोग नाराज हैं.

जुमा की नमाज से असर की नमाज तक मस्जिदों में होगी दुआख्वानी

ज्ञानवापी मस्जिद के इमाम और अंजुमन इंतिजामिया मसाजिद के महासचिव अब्दुल बातिन नोमानी ने जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को यानी जुमा के दिन अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे. उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से अपने कारोबार बंद रखने के साथ शहर में अमन चैन कायम रखने की अपील की. उन्होंने बताया कि जुमा की नमाज से लेकर असर की नमाज तक मस्जिदों में दुआख्वानी भी की जाएगी.

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1993 से पहले नहीं होती थी तहखाने में पूजा: इमाम

ज्ञानवापी मस्जिद के इमाम अब्दुल बातिन नोमानी ने व्यास तहखाने में 1993 से पहले होने वाली पूजा पाठ के दावे को गलत बताया. उन्होंने बताया कि 1993 से पहले दक्षिणी तहखाने में कभी कोई पूजा पाठ नहीं की गई. यह बातें हिन्दू पक्ष और मीडिया द्वारा फैलाई गई है. बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद के व्यास जी तहखाने में पूजा-पाठ को लेकर वाराणसी जिला जज की अदालत ने बीते बुधवार को बड़ा आदेश दिया. व्यास तहखाने में 31 साल से बंद पूजा-पाठ की जज ने अनुमति दे दी. कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद रात में करीब साढ़े 10 बजे वाराणसी कमिश्नर, डीएम और पुलिस कमिश्नर मौके पर पहुंचे. चूंकि कोर्ट ने डीएम को तहखाने का रिसीवर नियुक्त किया था तो डीएम की उपस्थिति में तहखाने का दरवाजा खोला गया.

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