जम्मू बस हादसे के 10 शव पहुंचे हाथरस, अंतिम संस्कार देख ग्रामीणों के छलके आंसू | Jammu bus accident Bodies of 10 people reached Hathras Pyre burnt together stwma


गांव में एक साथ चिताओं पर सभी शव जलाए गए.
उत्तर प्रदेश के हाथरस के 2 गांव मझोला और नगला उदय सिंह में मातम पसरा हुआ है. गांव के हर शख्स की आंख नम है. दोनो गांव में एक साथ 5-5 शव आने से कोहराम मच गया. जब चिताओं पर शव रखे गए तो चीख-पुकार मच गई. गांव के 10 लोगों की मौत जम्मू के अखनूर में बस के खाई में पलटने से हुई थी. इस हादसे में 22 लोगों की मौत हुई थी, जिनमे 12 लोग अलीगढ़ जिले के थे.
एंबुलेंस के जरिए जैसे ही गांव में मृतकों के शव पहुंचे वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई. सुबह जब शवों का अंतिम संस्कार किया तो परिजन रोने-बिलखने लगे. हर कोई बदहवास सा था. अंतिम संस्कार के वक्त पूरा गांव गमगीन हो गया. 8 मृतकों के शवों को चिता पर रख अग्नि दी गई. वहीं, 2 बच्चों के शवों को दफनाया गया. देर रात प्रशासन ने शवों के आने से पहले ही अंतिम संस्कार की पूरी व्यवस्था कर दी थी.
तीन दिन बाद आए मृतकों के शव
माता वैष्णों देवी के दर्शन के लिए दोनों गांव के 10 लोग गए थे. सभी मां की श्रद्धा में डूबे तीर्थ यात्रा के हंसी-खुशी रवाना हुए थे. लेकिन किसी को नहीं मालूम था कि सभी के शव वापस आएंगे. हादसे के तीन दिन बाद 10 शव देर रात मझोला और नगला उदय सिंह पहुंचे. सभी शव पहले झेलम एक्सप्रेस से मथुरा जंक्शन पहुंचे. यहां से एंबुलेंस के जरिए शवों को गांवों में ले जाया गया.
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शनिवार की देर रात गांव में शव आने के बाद चीख-पुकार मच गई. रविवार सुबह तड़के दोनो गांव में 8 लोगो की चिताएं जलाई गई और 2 बच्चो को दफनाया गया. इस दौरान ग्रामीणों की भारी भीड़ मौजूद रही. सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन के अधिकारी मय फोर्स के मौजूद रहे.
इन लोगों की हुई मौत
हादसे में मझोला गांव के रनवीर सिंह पुत्र गिर्राज सिंह, रेनू पत्नी योगवीर सिंह, प्राची पुत्री जितेंद्र, जयप्रकाश पुत्र भूरी सिंह और राहुल पुत्र लटूरी सिंह शिकार हुए थे. वहीं नगला उदय सिंह के धर्मवती पत्नी राधेश्याम, ऋषिपाल पुत्र मान सिंह, वीरपाल पुत्र प्रभु सिंह, यश पुत्र विजय सिंह और रज्जो देवी पत्नी राजकुमार ने अपनी जान गवाईं.
रिपोर्ट-शुभम गुप्ता/हाथरस