पूर्व कांग्रेस MLA के परिवार को प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण, राम मंदिर आंदोलन में क्या थी भूमिका? | moradabad former congress mla daudayal khanna family received invitation for ram mandir pran pratistha stwas


अशोक सिंघल के साथ मंच पर बैठे दाउदयाल खन्ना.
राम मंदिर आंदोलन के सूत्रधार रहे दाऊदयाल खन्ना का फोटो राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण पत्र पर छपने से उनके परिवार में खुशी का माहौल है. परिवार वाले इसे भगवान राम का आशीर्वाद मानते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और केंद्र सरकार को धन्यवाद प्रेषित कर रहे हैं. कांग्रेस पृष्ठभूमि से आने वाले दाऊदयाल खन्ना मूलरूप से मुरादाबाद जिले के रहने वाले थे और कांठ विधानसभा सहित अन्य विधानसभाओं से भी कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए थे.
1983 में मुजफ्फरनगर जिले में हुए हिंदू सम्मेलन के दौरान उनके द्वारा राम मंदिर बनाने को लेकर किए गए संकल्प के बाद उन्होंने समूचे राम मंदिर आंदोलन की बागडोर संभाली. हालांकि वो आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा निमंत्रण पत्र में उनकी फोटो के साथ उनके विषय में लिखे गए संदेश से अब उनका परिवार भावुक है और राम मंदिर ट्रस्ट सहित केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया है. स्वर्गीय दाऊदयाल खन्ना के पौत्र अंबुज खन्ना ने इसे एक सपना बताते हुए कहा कि ये उनके दादा जी का सम्मान है, क्योंकि ये निमंत्रण पत्र देश-विदेश में भेजे गए हैं.
कांग्रेस सरकार में रहे स्वास्थ्य मंत्री
बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है. कांग्रेस सरकार में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रहे स्वर्गीय दाऊदयाल खन्ना ने राम मंदिर के मुद्दे को बड़े ही जोरों-शोरों से उठाया था. मुजफ्फरनगर में आयोजित सम्मेलन में तमाम कांग्रेस नेताओं के सामने उन्होंने राम मंदिर बनवाने का प्रस्ताव रखा था. इस दौरान उन्होंने राम मंदिर बनवाने का प्रण लिया था. हालांकि 28 साल पहले 1996 में दाऊदयाल खन्ना का निधन हो गया था.

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण पत्र पर छपी दाउदयाल खन्ना की फोटो.
राम मंदिर बनवाने का लिया था प्रण
अब जब राम मंदिर निमंत्रण पत्र में उनकी फोटो छपी तो एक बार फिर से वह सुर्खियों में आ गए. दाऊदयाल खन्ना के पोते अंबुज खन्ना ने बताया कि उनके दादाजी के सपने में भगवान राम आए थे. उनके द्वारा कहा गया था मैं जेल में हूं और तुम चैन से सो रहे हो. उसके बाद से ही दादा दाऊदयाल खन्ना के द्वारा प्रण ले लिया गया कि राम मंदिर को जल्द से जल्द बनवाना है.
दाऊदयाल खन्ना का सपना पूरा हुआ
इस अभियान की शुरुआत मुजफ्फरनगर में आयोजित सम्मेलन से शुरू कर दी थी. लगातार तमाम राजनेताओं को उनके दादा दाऊदयाल खन्ना के द्वारा पत्र लिखा गया. वह भी जल्द से जल्द राम मंदिर बनवाने की कवायद में जुड़ गए. आज दाऊदयाल खन्ना इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन परिवार के लोग दाऊदयाल खन्ना के द्वारा लिखे गए तमाम पत्रों को दिखाकर उनके सपने को पूरा होते हुए देख रहे हैं.