कोख में पल रही बेटी के दुश्मनों को पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा, करते थे ये गुनाह… | Illegal ultrasound center busted in Kasganj, Uttar Pradesh, used to check the sex of the fetus of a pregnant woman.


अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर का भंड़ाफोड़
यूपी के सहारनपुर की देहात कोतवाली पुलिस और डिप्टी सीएमओ ने एक टीम बनाकर गर्भवती महिलाओं के गर्भ का लिंग परीक्षण करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आईपैड स्कैनर, प्लास्टिक की डिब्बी, चार मोबाइल फोन, करीब 77,000 रुपये की नगदी और एक सेंट्रो कर बरामद की है. सभी पर आरोप है कि यह अवैध तरीके से महिलाओं का गर्भ परीक्षण कर गर्भ में लड़का है या लड़की इसकी जानकारी दिया करते थे.
स्वास्थ्य विभाग की टीम और देहात कोतवाली को सूचना मिली थी कि सहारनपुर के कोतवाली देहात इलाके के बालपुर में स्थित एक मकान के अंदर कुछ लोग अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड सेंटर चलाकर गर्भ में पल रहे भ्रूण का लिंग परीक्षण कर रहे थे. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम और देहात कोतवाली पुलिस ने अनुज नाम के शख्स के मकान पर छापा मारा और वहां से मनोज, रवि, जगन्नाथ और आनंगपाल नाम के चार लोगों को गिरफ्तार किया.
करते थे अवैध लिंग परिक्षण
मनोज नाम का आरोपी उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद का रहने वाला है जबकि तीन अन्य आरोपी सहारनपुर के गंगोह थाना क्षेत्र के बताए जा रहे हैं. पुलिस पूछताछ में आरोपी रवि ने बताया कि वह अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड करने का काम कर रहा था, जिसमें उसके साथी मनोज, जगन्नाथ और आनंगपाल उन महिलाओं को लाया करते थे जो जन्म से पहले ही अपने बच्चों का लिंग जानने की कोशिश करती थीं. इसकी एवज में आठ से दस हजार रुपये तक ये लोग वसूल किया करते थे. जन्म से पहले ऐसा करना कानूनन अपराध है और इसके बावजूद भी चारों आरोपी लंबे समय से ये काम कर रहे थे.
पीसीपीएनडीटी टीम ने मारी रेड
सहारनपुर स्वास्थ्य विभाग को जब इसकी जानकारी मिली तो ऐसे आरोपियों की धर पकड़ करने वाली पीसीपीएनडीटी टीम के डॉक्टर कुणाल जैन, डॉक्टर गजेंद्र और महिला कर्मचारी आशा और सहारनपुर की देहात कोतवाली पुलिस के सदस्यों ने इस सेंटर पर रेड की, जिसके बाद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों के पास से पुलिस ने जहां 77000 की नगदी बरामद की है तो वहीं पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 120 बी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज करते हुए चारों आरोपियों को न्यायालय के सामने पेश कर जेल भेज दिया है.