Charanjit Singh Channi remarks on Father Ravneet Singh Bittu creates ruckus in Lok Sabha verbal fight

Parliament Session: लोकसभा में गुरुवार (25 जुलाई) को केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बीच तीखी नोकझोंक हुई. मामला इतना बढ़ गया कि सदन की कार्यवाही लगभग 35 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई. ये हंगामा तब हुआ जब सदन में केंद्रीय बजट 2024-25 पर चर्चा के दौरान जालंधर से कांग्रेस के सांसद और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी अपनी बात रख रहे थे.
चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि ये देश के हवाई अड्डे समेत सबकुछ बेच रहे हैं. चन्नी ने कहा, ‘आप देश की संपत्तियों के संरक्षक हैं, मालिक नहीं हैं. इन्हें बेचने की और देश को बर्बाद करने की गलती मत कीजिए.’ चन्नी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत केंद्र सरकार की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से भी कर दी.
‘सिर्फ रंग का फर्क है’
केंद्र सरकार (Central Government) की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी (East India Company) से करते हुए कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, ‘इनमें (सत्तापक्ष) और अंग्रेजों में कोई फर्क नहीं है, सिर्फ रंग का फर्क है. पहले ये सत्ता में काबिज हुए और फिर सत्ता के रास्ते ये देश के उद्योगों (Industries) पर अपने लोगों का कब्जा करा रहे हैं.’
चन्नी ने बिट्टू के पिता पर भी की टिप्पणी
कांग्रेस सांसद के लगातार आरोपों पर रेल राज्य मंत्री और पूर्व कांग्रेस सदस्य बिट्टू ने कुछ टिप्पणी की. जवाब में चन्नी ने उनका नाम लेते हुए कहा, ‘आपके पिताजी शहीद हुए थे लेकिन मैं आपको बता दूं कि वह उस दिन मरे, जिस दिन आपने कांग्रेस को छोड़ा.’ इस पर पीठासीन सभापति संध्या राय ने कांग्रेस सदस्य से व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करने को कहा.
‘कुर्बानी देश के लिए दी, कांग्रेस के लिए नहीं’
बिट्टू (Ravneet Singh Bittu ) ने कहा, ‘इन्होंने (चन्नी ने) मेरा नाम लिया. मेरे दादा सरदार बेअंत सिंह ने कुर्बानी देश के लिए दी थी, कांग्रेस के लिए नहीं दी थी.’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘चन्नी अपने भाषण में गरीबी की बात कर रहे हैं, लेकिन सारे पंजाब में अगर ये सबसे अमीर और सबसे भ्रष्ट आदमी नहीं हुए तो मैं अपना नाम बदल दूंगा.’
वेल तक पहुंचा मामला
बिट्टू ने आरोप लगाया कि चन्नी हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं और उन पर ‘मी टू’ समेत अनेक आरोप हैं. इस पर दोनों पक्षों के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी. हंगामे के कारण पीठासीन सभापति ने कार्यवाही अपराह्न एक बजकर करीब 25 मिनट पर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज सदन में भोजनावकाश नहीं होने की घोषणा की थी. तीखी बहस के बाद रवनीत सिंह बिट्टू वेल की ओर जाने लगे कि तभी चरणजीत सिंह चन्नी से पहले कांग्रेस सांसद अमरिंदर राजा वडिंग भी वेल की तरफ बढ़ने लगे.
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