उत्तर प्रदेशभारत

आजम खान के हर गुनाह की गवाही हुई तो 100 साल की मिलेगी सजा! | crime list of Azam Khan evidence for 100 years imprisonment tanjin fatima abdullah Azam

आजम खान के हर गुनाह की गवाही हुई तो 100 साल की मिलेगी सजा!

समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान

मजलूमों का सियासी रहनुमा बनने के सफर में आजम खान खुद को खुदा मान बैठे. इसी गफलत में उन्होंने रामपुर के जर्रे-जर्रे में अपने सितम की वो दास्तां लिख दी, जो आज मुकदमों और फैसलों की जुबानी दुनिया के सामने आ रही है. आजम ने 7 साल की सजा मिलने से पहले किसी से कहा था, “लगता है अब जीना मुश्किल हो जाएगा”. इतना ही नहीं जेल जाने से पहले उन्होंने आखिर ये क्यों कहा कि सजा की खबर तो एक दिन पहले ही पूरे रामपुर को मालूम हो चुकी थी.

जुर्म आदम ने किया और सज़ा नस्ल-ए-आदम को, काट रहा हूं ज़िंदगी भर जो ख़ताएं मैंने लम्हों में की.

रामपुर के कानूनी इतिहास में आजादी के बाद से अब तक कोई ऐसा शख्स नहीं है, जिसके खिलाफ 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए हों. कोई ऐसा अपराधी भी नहीं है, जिसके नाम मुर्गी और बकरी चोरी से लेकर करोड़ों की शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जे का आरोप एक साथ हो. लिहाजा कानून की नजरों में आजम खान की मौजूदा हैसियत आसानी से समझी जा सकती है. उन पर 100 से ज्यादा मुकदमे हैं. ये संख्या बहुत जल्दी बढ़ सकती है.

आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला तीनों पर दर्ज कुल मुकदमों की संख्या 150 तक पहुंच चुकी है. आजम इस बात को लेकर काफी तनाव में हैं. पत्नी तंजीन पर 35 के आसपास और बेटे अब्दुल्ला पर 25 से ज्यादा मुकदमे अब तक दर्ज हो गए हैं. हाल ही में IT और ED के छापों के बाद आजम पर दर्ज केस की संख्या बढ़नी तय है.

गुनाहों पर बोले आजम- बस जी रहा हूं

कुछ दिनों पहले की बात है. IT और ED के छापों से पहले आजम ने एक स्थानीय पत्रकार से बातचीत में धीरे से कहा, “पूरे परिवार पर करीब 200 मुकदमे हो गए हैं. हम तो बस जी रहे हैं. ये हमारे साथ इंसाफ नहीं है. जो जी में आए वो कर रहे हैं.”

आजम ने स्थानीय पत्रकार के सामने अपना दर्द नहीं बयां किया था, बल्कि सत्ता के सामने लाचारी जाहिर की थी. क्योंकि, रामपुर के सियासी नक्शे में जब से लोग आजम की तस्वीर और तकदीर देख रहे हैं, तब से वो अपनी हनक रामपुर वालों को दिखाते रहे हैं. लेकिन, अब रामपुर की तस्वीर और आजम की पूरी तकदीर बदल चुकी है. आजम के नसीब में अब जेल की सलाखें दर्ज हो चुकी हैं. भड़काऊ भाषण के बाद फर्जी प्रमाण-पत्र केस यानी लगातार दूसरे मामले में सजा हुई है.

सजा के लिए उम्र कम पड़ जाएगी

आजम खान के खिलाफ दर्ज मुकदमों का अंबार इस कदर बढ़ चुका है कि अगर उन्हें आधे मामलों में भी दोषी ठहराया जा सका, तो कम से कम 100 साल की सजा होगी. रामपुर के कानूनविद मानते हैं कि आजम के खिलाफ जितने केस दर्ज हैं, उनकी सुनवाई और फैसले की दहलीज तक पहुंचते पहुंचते ही कम से कम 7-8 साल लग सकते हैं. इस वक्त कागजों में उनकी उम्र 75 साल है. यानी कम से कम आधे से ज्यादा मुकदमों की तेजी से सुनवाई हुई तो भी 80-82 साल तक लगातार सुनवाई चलती रहेगी.

रामपुर में आम लोगों से लेकर सरकारी संपत्ति तक आजम खान पर हर तरह के केस दर्ज हैं. ऐसे में कई मामलों में गवाही होगी, तो कई मामलों में सरकारी अधिकारी ही गवाह होंगे. इस बात की गुंजाइश भी कम ही है कि रामपुर में आजम के सताए हुए लोग अब अदालत में बेखौफ होकर बयान देंगे. जनता की शिकायतों पर दर्ज किए गए केस और सरकारी संपत्तियों पर अवैध कब्जे समेत बेनामी संपत्तियों के मुकदमों की गूंज बहुत देर तक असर में रहेगी. आजम के हाथों में अब तक गुनाहों की इतनी लकीरें खिंच चुकी हैं कि सबकी सजा के लिए उनकी बची हुई सारी उम्र कम पड़ जाएगी.

बेनामी संपत्ति पर IT, ED भी केस दर्ज करेंगे!

13 सितंबर 2023 को रामपुर में आजम खान और उनके क़रीबियों पर छापे पड़े थे. आयकर विभाग और ED की टीम ने तीन दिन तक आजम और उनके साथ व्यापारिक रिश्ते रखने वालों के घर खंगाले थे. इस दौरान जांच में सबसे बड़ी बात ये सामने आई थी कि अरबों रुपए खर्च करके जो जौहर यूनिवर्सिटी बनाई गई है, उसे एक ट्रस्ट के जरिए ऑपरेट किया जा रहा था. जौहर ट्रस्ट में आजम और उनके कुछ करीबी लोग हैं.

जांच टीम के मुताबिक, आजम खान के बनाए जौहर ट्रस्ट के कागजात में इस बात के पुख्ता सूबत मिले कि करोड़ों रुपए के लेनदेन में हेराफेरी की गई. पैसे गैरकानूनी तरीके से ट्रस्ट को दिए गए या ट्रस्ट के जरिए भुगतान किया गया. इसके अलावा आजम खान के पास अरबों रुपए की संपत्तियों की पूरी लिस्ट तैयार की गई है. IT और ED की टीम को आजम के पास से फार्म हाउस, गेस्ट हाउस, हमसफर रेजॉर्ट, जौहर यूनिवर्सिटी वाला जौहर ट्रस्ट, कई बेनामी जमीनें, और करीब 100 भैंसों वाली डेयरी से जुड़ी आर्थिक गड़बड़ियों के सबूत मिले हैं.

जांच के लिए पहली बार पहुंची CPWD की टीम

आजम खान के ड्रीम प्रोजेक्ट यानी जौहर यूनिवर्सिटी पर नया ग्रहण लग गया है. आयकर विभाग और CPWD की टीम जांच के लिए पहुंची है. 19 अक्टूबर की दोपहर को पहली बार CPWD की टीम यूनविर्सिटी की जांच के लिए आई. दरअसल, आयकर विभाग और ED को शक है कि जौहर यूनिवर्सिटी की इमारतें बनाने में 150 करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च किए गए हैं. हालांकि, बही खातों में दिखाया गया है कि यूनिवर्सिटी की इमारतें 35 करोड़ में बनी हैं.

इसके अलावा आयकर विभाग की टीमों को जौहर यूनिवर्सिटी में जौहर ट्रस्ट के जरिए किए गए तमाम तरह के आर्थिक लेनदेन की गड़बड़ियों की भी बारीकी से जांच करनी है. इतना ही नहीं 300 एकड़ में बनी जौहर यूनिवर्सिटी के नाम पर 40 बीघा शत्रु संपत्ति पर कब्जे की भी कई पहलुओं से जांच होनी है. ये जांचें, मुकदमे, धाराएं, तारीखें, गवाही और सजाएं सब इसी ओर इशारा कर रही हैं कि खुली हवा में सांस लेने की आजादी अब आजम के हिस्से से हर दिन दूर हो रही है.

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button